गांव की बेटी का कमाल, महज साढे नौ साल की उम्र में 10 वीं की परीक्षा में | Talented Girl:

गांव की बेटी का कमाल, महज साढे नौ साल की उम्र में 10 वीं की परीक्षा में

गांव की बेटी का कमाल, महज साढे नौ साल की उम्र में 10 वीं की परीक्षा में

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:45 PM IST, Published Date : June 19, 2018/12:45 pm IST

खरगोन। भारत में ऐसी कई प्रतिभाएं है जिन्होंने अपनी कला और प्रतिभा के बल पर लोहा मनवाया है। आज हम ऐसी  ही प्रतिभा की बात कर रहे हैं जिसकी अभी खेलने कूदने की उम्र है लेकिन मात्र साढे नौ वर्ष की उम्र में अपने से बड़ी  उम्र के अन्य विद्यार्थियों के साथ 10वीं की परीक्षा दे रही है। 

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 हम बात कर रहे खरगोन जिले के छोटे से गांव लोनारा में निवास करने वाली होनहार छात्रा कृष्णा पिता अखिलेष गुप्ता की। जिसने मात्र साढे नौ वर्ष की उम्र में ही 10वीं कक्षा का इम्तिहान देकर यह गौरव हासिल किया है। आज कृष्णा ने गणित का अंतिम पर्चा हल किया। छात्रा आगे चलकर भारतीय विदेश  सेवा में जाना चाहती है। ताकि देश  का नाम कर सकें। खरगोन जिले के लोनारा गांव की रहने वाली छात्रा कृष्णा गुप्ता द्वारा इससे पूर्व वर्ष 2015 में भी साढ़े छह साल की उम्र में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित कक्षा 5वीं की परीक्षा देकर जिले की टॉपर रह चुकी है। तब छात्रा की प्रतिभा को देखते हुए उसे तत्कालिन शिक्षा मंत्री की मदद से कम उम्र में 5वीं बोर्ड की प्रायवेट परीक्षा में बैठने की अनुमति मिली थी।

 

 छात्रा कृष्णा की इसी प्रतिभा को देखते हुए माता-पिता द्वारा कृष्णा को 8वीं की परीक्षा दिलाने की कोशिश की मगर शिक्षा विभाग की मदद नही मिलने से परीक्षा के दिन उसे अनुमति मिल पाई और उसे 8वीं की परीक्षा से वंचित रहना पड़ा। उसके बावजूद कृष्णा और उसके माता-पिता ने हार नही मानी और उसे इस वर्ष 2018 में आयोजित कक्षा 10वीं की ओपन परीक्षा दिलाने की विशेष अनुमति मिल गई। एक खास बात यह भी कि कृष्णा को बचपन से ही माता-पिता द्वारा स्कूल न भेजते हुए घर पर पढाई कराई गई। जिसका नतीजा यह रहा कि आज इस होनहार छात्रा की जिले ही नही बल्कि पूरे प्रदेश  में पहचान स्थापित हो सकी है।

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 छात्रा के हौसले को देखते हुए उसके पिता द्वारा बचपन में मनौवैज्ञानिक परीक्षण कराया गया। जिसमें उसका आईक्यू 150 प्रतिशत निकला। नतीजा यह निकला कि आज कृष्णा का दिमाग कम्प्यूटर से भी तेज चलता है। छात्रा का कहना है कि 18 वर्ष की उम्र में वह भारतीय विदेश  सेवा की परीक्षा देना चाहती है। उसका दावा है कि इस परीक्षा में भी वह अव्वल नंबरों से पास होगी। छात्रा कृष्णा गुप्ता का कहना है कि मुझे कक्षा 10वीं की परीक्षा देकर बहुत अच्छा लग रहा है।  इसके पूर्व भी मैने छोटी सी उम्र में कक्षा 5वीं की परीक्षा दी थी। जिसमें जिले की टॉपर रही थी। अब मैं 18 वर्ष की उम्र में भारतीय विदेश  सेवा की परीक्षा देना चाहती हूं। वहीं छात्रा के पिता अखिलेष गुप्ता का कहना है कि मेरी बेटी का दिमाग बचपन से ही शार्प  है। यहां तक कि इसके हम उम्र के बच्चों से भी तेज दिमाग रहा है। करीब साढे तीन साल की उम्र में ही पढना और लिखना सीख गई थी। कक्षा पांचवी में बिना स्कूल जाए उसने जिले में टॉप स्थान प्राप्त किया था। इसी के बाद से हमारी उम्मीदें जागी थी। 

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जबकि नवीन कन्या हाईस्कूल के सहायक केन्द्राध्यक्ष आसिफ बेग मिर्जा का कहना है कि छात्रा कृष्णा द्वारा इसके पूर्व भी कक्षा पांचवी की परीक्षा दी थी। नियम यह है कि कक्षा आठवीं परीक्षा देने के लिए 14 वर्ष की उम्र होना चाहिए। लेकिन इस बच्ची ने मात्र साढे नौ वर्ष की उम्र में ही कक्षा 10वीं की परीक्षा दी है। इस बच्ची में काफी टैलेंट है। इसी को देखते हुए राज्य ओपन बोर्ड द्वारा कक्षा 10वीं की परीक्षा में बैठने की अनुमति मिली है। आज गणित का अंतिम पर्चा उसके द्वारा हल किया गया।

 

वेब डेस्क IBC24