कसडोल थाना के लवन चैकी पुलिस ने नगर स्थित महामाया मंदिर के पुजारी हरिश्चन्द तिवारी उपाध्यक्ष नगर पंचायत लवन एवं उसके बेटे भावेश तिवारी को एक महिला के दैहिक शोषण के आरोप में गिरफ्तार कर रिमांड में कसडोल न्यायालय पेश किया गया जहाँ से दोनों को जेल भेज दिया।
पीड़ित महिला ने अक्टूबर 2015 से दैहिक शोषण करने की रिपोर्ट अप्रैल 2017 में महिला सेल रायपुर में की थी, महिला ने बताया था कि लवन नगर स्थित महामाया मंदिर के पुजारी हरिश्चन्द तिवारी द्वारा मुझे एवं परिवार को जान से मारने की धमकी देकर अनेको बार दैहिक शोषण किया गया। पीड़िता महिला शादी शुदा है अपने परिवार के साथ मंदिर के पास ही रहती है। पंडित हरिश्चन्द तिवारी के भय से पिछले 2 साल से अपने मायके भाटापारा में रहती है ।
पीड़ित महिला ने अपने रिपोर्ट पर बताया कि महामाया मंदिर मेरे ससुराल के सामने ही है। मैं रोजाना पूजा करने जाया करती थी। मुझे लगा कि पंडित हरिश्चन्द तिवारी मेरे ऊपर बुरी नियत रखता है। उन्होंने नवरात्रि के समय मुझे जबरदस्ती पकड़कर बलात्कार किया। उन्होंने मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने और किसी को न बताने की धमकी देकर बार बार कुकृत्य किया। जब मैंने इस बात को अपने परिवार में बताया तो महिला सेल रायपुर जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
एस पी के निर्देशन पर लवन चैकी प्रभारी दल बल लेकर आज पंडित हरिश्चन्द तिवारी एवं उसके बेटे भावेश तिवारी को उसके घर से गिरफ्तार कर कसडोल न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से दोनों आरोपियों को रिमांड पर जेल भेज दिया गया । यहां ये बताना लाजमी होगा कि महामाया मंदिर के पुजारी लवन नगर पंचायत के उपाध्यक्ष पद पर आसीन है। उन्होंने इस पूरी घटना को राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है। वही उनके बेटे भावेश तिवारी के ऊपर आरोप है कि उसने पीड़ित महिला के घर मे घुसकर उनके परिवार के साथ मारपीट की है। इस मामले में भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।