एक्सप्रेस-वे की कंसल्टेंसी कंपनी को शासन ने किया टर्मिनेट, लॉयन इंजीनियरिंग कंपनी पर 1 करोड़ 18 लाख का जुर्माना भी ठोका
एक्सप्रेस-वे की कंसल्टेंसी कंपनी को शासन ने किया टर्मिनेट, लॉयन इंजीनियरिंग कंपनी पर 1 करोड़ 18 लाख का जुर्माना भी ठोका
रायपुर। राजधानी के एक्सप्रेस-वे निर्माण में गड़बड़ियों के मामले में पीडब्लूडी सेक्रेट्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने भोपाल के कंसलटेंट लॉयन इंजीनियरिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एक्सप्रेस-वे की खामियों के लिए कंसलटेंट को जिम्मेदार ठहराते हुए न केवल उसे टर्मिनेट कर दिया, बल्कि जमानत राशि भी जब्त करने का आदेश निकाल दिया है। सिद्धार्थ कोमल परदेशी छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन के एमडी भी हैं।
एक्सप्रेस-वे की गड़बड़ियों की जांच में कंसलटेंट को कसूरवार माना गया है। लॉयन इंजीनियरिंग को पीडब्लूडी ने एक्सप्रेस-वे का कंसलटेंट बनाया था। मगर उसने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया। क्वालिटी और डिजाइन के अनुसार काम हो रहा है या नहीं, चेक करने का काम लॉयन इंजीनियरिंग का था। मगर उसने अपने काम में घोर लापरवाही की। इसका नतीजा यह हुआ कि उद्घाटन से पहले ही एक्सप्रेस-वे के ब्रीज धसकने लगे।
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पीडब्लूडी के अफसरों ने बताया कि कंसलटेंट के खिलाफ एक करोड़ रुपए के रिकवरी का आदेश निकाला गया है। नियमानुसार काम सही न होने पर सरकार को 50 प्रतिशत राशि जब्ती का अधिकार होता है। उसे सरकार ने दो करोड़ रुपए का भुगतान किया था। इसमें से 20 लाख उसने जमानत के तौर पर पीडब्लूडी में जमा कराई थी। इसे भी जब्त कर लिया गया है।

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