एक मंदिर ऐसा भी…जहां जन्माष्टमी में यशोदा माता की पूजा के लिए देशभर से पहुंचती हैं महिलाएं, जानिए खासियत

एक मंदिर ऐसा भी...जहां जन्माष्टमी में यशोदा माता की पूजा के लिए देशभर से पहुंचती हैं महिलाएं, जानिए खासियत

  •  
  • Publish Date - August 24, 2019 / 04:22 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:34 PM IST

इंदौर। देशभर में धूमधाम के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी हो गई है। देश के मिनी मुंबई कहलाने वाले इंदौर शहर में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां यशोदा माता की पूजा विशेषतौर पर आज के दिन की जाती है। 228 सालों से लाखों घरों में किलकारियां यशोदा माता के मंदिर में पूजा के बाद गूंज उठती है और श्री कृष्णा जन्माष्टमी हर साल इस महत्व को और बढ़ा देती है।

ये भी पढ़ें: अब इस वाट्सएप नंबर में करिए आंगनबाड़ी केंद्रों की शिकायत, फौरन होगी कार्रवाई

दरअसल इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र में देश का पहला ऐसा यशोदा माता मंदिर हैं, जहां हर उन महिलाओं को मनोकामना पूरी होती है, जिनकी गोद सूनी रही हो। जन्माष्टमी पर विशेषतौर पर महिलाएं माता यशोदा की पूजन करने देशभर के हर कोने से अपनी सूनी गोद भरने की मनोकामना लेकर पहुंचती है और उनकी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है। सुबह से बड़ी संख्या में महिलाएं चावल, नारियल के साथ अन्य चढ़ावे को लेकर यशोदा माता के दरबार में पहुंचती हैं।

ये भी पढ़ें: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी नेताओं के साथ जाएंगे कश्मीर, इन लोगों से करेंगे मुलाकात

लिहाजा ऐसी मान्यता है कि यशोदा माता महिलाओं की गोद उन्हें कृष्ण जैसा बालक देकर भरती हैं। जन्माष्टमी पर भी दूर-दूर से आई महिलाएं मैया की गोद भरने के लिए पहुंच रही है..ये मूर्ति जयपुर में बनवाई थी, और उनके मुख्य पुजारी के परदादा जयपुर गए थे, और वहां से मूर्ति लेकर आए थे। भगवान कृष्ण को आज सोलह श्रृंगार के साथ 56 भोग भी लगाया जाएगा और रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। भजन संध्या और राधा-कृष्ण का नृत्य भी होगा।