टोपे ने कहा, विरार अग्निकांड राष्ट्रीय खबर नहीं है, बाद में दी सफाई

टोपे ने कहा, विरार अग्निकांड राष्ट्रीय खबर नहीं है, बाद में दी सफाई

टोपे ने कहा, विरार अग्निकांड राष्ट्रीय खबर नहीं है, बाद में दी सफाई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: April 23, 2021 11:43 am IST

मुंबई, 23 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि विरार के निजी अस्पताल में लगी आग ‘राष्ट्रीय खबर नहीं थी’ जिसमें 13 मरीजों की जान चली गई।

हालांकि, बाद में मंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा कि तब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाले मुद्दों पर चर्चा के बारे में बोल रहे थे तभी अचानक विरार अस्पताल अग्निकांड से जुड़ा सवाल किया गया जिसका उन्होंने जवाब दिया।

दिन में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए टोपे ने कहा, ‘‘ हम ऑक्सीजन और रेमडेसिविर पर बात करेंगे…विरार की घटना राष्ट्रीय खबर नहीं है।’’

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जब अग्निकांड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ हम हादसे में मारे गए पीड़ितों को सभी तरह की सहायता और आर्थिक मदद देंगे, जैसे नासिक के पीड़ितों की मदद की गई थी, हम यहां भी उसी तरह करेंगे।’’

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, ‘नगर निगम और राज्य सरकार विरार अग्निकांड की घटना के प्रत्येक पीड़ित के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की मदद देंगे। अस्पताल का अग्नि सहित ढांचागत और विद्युत संबंधी ऑडिट होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर पाया गया कि ऑडिट ठीक से नहीं हुआ था तो सबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमने 10 दिन में घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। जो लोग जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ निश्चित तौर पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।’’

बाद में संवाददाताओं से बातचीत में टोपे ने अपील की कि उनकी टिप्पणी को तोड़मरोड़ कर और संदर्भ से परे ले जाकर पेश नहीं किया जाए।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझ से प्रधानमंत्री के साथ चर्चा के विषयों के बारे में पूछा गया था। यह पहले ही फैसला हो चुका था कि ऑक्सीजन की आपूर्ति, रेमडेसिविर और टीके की उपलब्धता के विषय पर राज्य की ओर से चर्चा होगी। मैं अपना जवाब पूरा ही कर रहा था तभी रोककर विरार अग्नि कांड के बारे में सवाल पूछा गया।’’

टोपे ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही घटना की जांच करने सहित सभी जरूरी फैसले ले लिए हैं। इसलिए मैं इस हिस्से को बता रहा था। सभी मेरे काम को जानते हैं। यहां तक निजी क्षति के बावजूद मैं अपने कर्तव्य से नहीं डिगा।’’

मंत्री के निजी क्षति का संदर्भ पिछले साल अगस्त में उनकी मां के निधन से था जो कोविड-19 की पहली लहर के चरम के दौरान हुआ था।

भाषा धीरज नरेश

नरेश


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