प्रदेश का युवा बना रेसलर, द ग्रेट खली के कर रहा काम
प्रदेश का युवा बना रेसलर, द ग्रेट खली के कर रहा काम
जांजगीर से लगे अमोरा गांव के रहने वाले प्रतीक तिवारी ने देश में रेसलर के तौर पर अपनी पहचान बना ली है…महज 20 साल के प्रतीक ने 2 साल पहले रेसलिंग की जानी-मानी हस्ती द ग्रेट खली से संपर्क किया और अब वह पंजाब के जालंधर स्थित सीडब्ल्यूई में रेसलर का प्रशिक्षण ले रहे हैं…प्रतीक को द ग्रेट खली ने आगे बढ़ाने काफी तराशा है…जिसकी बदौलत प्रतीक ने कई बड़े शहरों में रेसलिंग के तौर पर अपनी काबिलियत साबित की है…प्रतीक ने बचपन से तय कर लिया था…वह रेसलर बनेगा, जिसके लिए प्रतीक ने काफी मेहनत की है. रेसलर एक चुनौती भरा काम है, लेकिन प्रतीक ने अपने जुनून और आत्मबल के दम पर आज बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है…रेसलर के तौर पर छग में प्रतीक ने अपनी खास पहचान बना ली है।
दरअसल, प्रतीक की कामयाबी के पीछे उसके परिवार का का हाथ है…उनके पिता रामगुलाम तिवारी तो अपने बेटे को रेसलर के तौर पर ही आगे बढ़ाना चाहते थे…पिता ने शुरुआती माहौल दिया…प्रतीक की मां, पहले रेसलर बनने को लेकर तैयार नहीं थी, लेकिन बेटे का जुनून और जज्बा देख, वह भी पीछे हट गईं…आज प्रतीक की मां, बेटे के नाम रौशन करने से बहुत ही खुश हैं..नतीजा यह है, कि प्रतीक ने अपनी मेहनत और द ग्रेट खली के अनुभवों से सीखकर, पीछे मुड़कर नहीं देखा…छत्तीसगढ़ में पहले युवा रेसलर के रूप में प्रतीक तिवारी को जाना जाने लगा है। प्रतीक का सपना हर रेसलर की तरह ॅॅम् में जाने का है..जहां देश-दुनिया के कई दिग्गज अपना नाम रौशन कर चुके हैं…जिसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे है।

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