(Stock Market Today 27 November / Image Credit: Meta AI)
नई दिल्ली: Stock Market Today 27 November: भारतीय बाजार आज दमदार शुरुआत कर सकते हैं। गिफ्ट निफ्टी 26,400 के ऊपर पहुंच चुका है, जो ओपनिंग में मजबूती का संकेत देता है। ग्लोबल मार्केट्स का रुख भी सकारात्मक है। एशियाई बाजार बढ़त में कारोबार कर रहे हैं, वहीं अमेरिकी बाजार लगातार चौथे दिन हरे निशान पर बंद हुए। डॉव जोन्स 300 अंकों से अधिक चढ़ा।
एक महीने के निचले स्तर से कच्चे तेल में रिकवरी दिखी है। ब्रेंट क्रूड 63 डॉलर के ऊपर निकल गया। हालांकि, वैश्विक कमोडिटी बाजारों में सोने-चांदी के दामों में हल्की हलचल दर्ज की गई।
IMF की 26 नवंबर को जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत का 5 डॉलर ट्रिलियन इकॉनमी बनने का लक्ष्य अब FY29 तक खिसक सकता है। यह देरी नॉमिनल GDP ग्रोथ के धीमे रहने और डॉलर के मुकाबले रुपये की तेज गिरावट को दर्शाती है।
गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। यूक्रेन में संभावित सीजफायर और रूसी सप्लाई पर पश्चिमी देशों के बैन हटने की संकेत ने बाजार को प्रभावित किया। ब्रेंट क्रूड 21 सेंट गिरकर $62.92 प्रति बैरल पर और WTI क्रूड 58.44 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बुधवार को दोनों बेंचमार्क करीब 1% ऊंचे बंद हुए थे।
थैंक्सगिविंग वीक में अमेरिकी बाजारों में तेजी जारी रही। टेक शेयरों की मजबूती और दिसंबर में फेड के संभावित रेट कट ने निवेशकों को खरीदारी के लिए प्रेरित किया। डॉव जोन्स 314 अंकों की उछाल के साथ 47,427 पर बंद हुआ। S&P 500 और नैस्डैक ने भी मजबूत बढ़त दर्ज की।
फूड-टेक कंपनी जोमैटो ने अपनी क्विक कॉमर्स यूनिट ब्लिंकिट को और मजबूत करने के लिए 600 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। कंपनी का कहना है कि ब्लिंकिट का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है और यह निवेश उसके विस्तार को गति देगा।
पेटीएम की सब्सिडियरी PPSL को भारतीय रिजर्व बैंक से पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने की अनुमति मिल गई है। अब कंपनी पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम्स एक्ट, 2007 के तहत अधिक व्यापक रूप से भुगतान सेवाएं दे सकेगी।
गिफ्ट निफ्टी की मजबूती, एशियाई बाजारों का पॉजिटिव ट्रेड, अमेरिकी बाजारों की रैली और डॉव जोन्स की तेज बढ़त ये सभी संकेत बताते हैं कि भारतीय बाजार आज नए हाई की ओर बढ़ सकते हैं।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।