Hot Stocks: BSE पर करूर वैश्य बैंक की नई उड़ान! लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए सुनहरा समय…
Hot Stocks: BSE पर करूर वैश्य बैंक की नई उड़ान! लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए सुनहरा समय...
(Hot Stocks, Image Credit: Meta AI)
- BSE के शेयरों में 2 दिन में 7% की गिरावट, ASM में आने के बाद दबाव
- करूर वैश्य बैंक 247 रुपये के पार, ब्रेकआउट के संकेत
- डिफेंस, ऑटो और सरकारी बैंकों पर बिकवाली का दबाव
Hot Stocks: सोमवार, 16 जून 2025 को शेयर बाजार में रिकवरी का माहौल रहा। निफ्टी अपने दिन के लो लेवल से करीब 150 अंक सुधरा है। बैंक निफ्टी में भी मजबूती दिखी, लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में कमजोरी देखने को मिली। डिफेंस, सरकारी बैंक और ऑटो शेयरों पर दबाव रहा, जबकि रियल्टी, मेटल और फार्मा शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, आईटी और कुछ चुनिंदा तेल-गैस कंपनियों के शेयरों में उछाल नजर आई।
बीएसई के शेयर में गिरावट, लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए मौका
Octanom Tech & Hedged के अनुसार, बीएसई लिमिटेड का शेयर पिछले दो दिनों में 7% से ज्यादा गिर गया क्योंकि इसे अतिरिक्त निगरानी उपाय (ASM) लिस्ट में डाला गया है। इससे पहले यह लगातार नौ दिनों तक चढ़ा था। टेक्निकल चार्ट में ‘ग्रेवस्टोन डोजी’ दिखाई दे रही है, जो ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली का संकेत देती है। हालांकि, लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए 2,100-2,200 रुपये के बीच यह सुनहरा मौका हो सकता है।
करूर वैश्य बैंक में मजबूती बनी हुई
करूर वैश्य बैंक के शेयर 13 जून को 247.77 रुपये तक चढ़े, जो पिछले बंद से 4% ज्यादा था। यह बैंक अपनी मजबूत बैलेंस शीट और अच्छी असेट क्वालिटी के कारण निवेशकों का विश्वास जीत रहा है। साप्ताहिक चार्ट पर यह स्टॉक एक सिमिट्रिकल ट्राइएंगल पैटर्न से ब्रेकआउट दे रहा है, जो भविष्य में और तेजी का संकेत है।
वैलोर एस्टेट: ब्रेकआउट का इंतजार
वैलोर एस्टेट फिलहाल अपने रेजिस्टेंस लेवल के पास कारोबार कर रहा है। अभी के स्तरों पर इसमें निवेश थोड़ा रिस्की हो सकता है क्योंकि रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो बेहतर नहीं है। अगर यह 185 रुपये के ऊपर ब्रेक करता है, तभी इसमें लॉन्ग पोजिशन लेना समझदारी होगी। लॉन्ग टर्म में रियल एस्टेट सेक्टर में ग्रोथ की उम्मीद बनी हुई है।
निवेशकों के लिए सावधानी जरूरी
ASM स्टॉक्स और सेक्टर रोटेशन के कारण मार्केट में वोलैटिलिटी बनी हुई है। इसलिए शॉर्ट टर्म निवेशकों को सावधानी से काम लेना चाहिए और स्टॉपलॉस का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। वहीं, लॉन्ग टर्म निवेशक मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों को गिरावट में खरीदने पर विचार कर सकते हैं।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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