Meesho IPO: जल्द आने वाला है Meesho IPO! 4250 करोड़ रुपये का फंड जुटाने की प्लानिंग, बिना शोर के SEBI को सौंपा ड्राफ्ट…

Meesho IPO: जल्द आने वाला है Meesho IPO! 4250 करोड़ रुपये का फंड जुटाने की प्लानिंग, बिना शोर के SEBI को सौंपा ड्राफ्ट...

Meesho IPO: जल्द आने वाला है Meesho IPO! 4250 करोड़ रुपये का फंड जुटाने की प्लानिंग, बिना शोर के SEBI को सौंपा ड्राफ्ट…

(Meesho IPO, Image Credit: Meta AI)

Modified Date: July 3, 2025 / 01:55 pm IST
Published Date: July 3, 2025 1:55 pm IST
HIGHLIGHTS
  • Meesho ने ₹4,250 करोड़ के IPO के लिए SEBI को चुपचाप भेजा आवेदन
  • Meesho सितंबर–अक्टूबर 2025 तक लिस्टिंग की बना रही योजना
  • IPO में फ्रेश इश्यू के साथ ऑफर-फॉर-सेल (OFS) भी शामिल होगा

Meesho IPO: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Meesho अब भारतीय शेयर बाजार में कदम रखने की तैयारी में है। कंपनी ने अपना आईपीओ (IPO) लाने के लिए बाजार नियामक SEBI को चुपचाप आवेदन भेज दिया है। सूत्रों के मुताबिक, Meesho इस ऑफर के जरिए करीब 4,250 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। Meesho इस कदम के साथ उन नई तकनीकी कंपनियों की कतार में शामिल हो गई है जो तेजी से बाजार में सूचीबद्ध होने के लिए आगे बढ़ रही हैं।

IPO की होड़ में और कई कंपनियां

Meesho के अलावा बीते दो हफ्तों में Pine Labs, Wakefit, Curefoods और Shadowfax जैसी कंपनियां भी IPO के लिए आवेदन कर चुकी हैं। इन सभी कंपनियों का लक्ष्य सामूहिक रूप से 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जुटाना है। यह आंकड़ा केवल फ्रेश इश्यू को दर्शाता है, OFS यानी ऑफर फॉर सेल इसमें शामिल नहीं है। एक पिछली रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया था कि Meesho का कुल IPO साइज करीब 8,500 करोड़ रुपये हो सकता है जिसमें फ्रेश इश्यू के साथ OFS भी शामिल होगा।

कंपनी ने एंट्री से पहले किए बड़े बदलाव

Meesho ने IPO प्रक्रिया की तैयारी में कई बदलाव भी किए हैं। कंपनी ने अपने बोर्ड का पुनर्गठन, कानूनी संरचना को पब्लिक एंटिटी में बदला और मुख्यालय को अमेरिका से भारत (बेंगलुरु) शिफ्ट किया। ये सारे कदम शेयर बाजार में उतरने की दिशा में उठाए गए हैं।

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IPO के लिए गोपनीय फाइलिंग

Meesho ने गोपनीय फाइलिंग का विकल्प अपनाया है, जिसमें DRHP को सार्वजनिक किए बिना सीधे SEBI को भेजा जाता है। Groww, Shadowfax जैसे कई स्टार्टअप्स भी हाल ही में इस प्रक्रिया से IPO शुरू कर चुके हैं। इस सुविधा को SEBI ने साल 2022 में शुरू किया था। इसका फायदा यह है कि कंपनी बाजार की स्थिति को परख सकती है और संवेदनशील जानकारी प्रतिस्पर्धियों से सुरक्षित रख सकती है। यदि बाजार की स्थिति सही न हो, तो IPO को रोका या टाला भी जा सकता है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।