Reliance Infrastructure Share: डिफेंस डील का बड़ा धमाका! अनिल अंबानी के शेयर पर अचानक टूट पड़े निवेशक

Reliance Infrastructure Share: डिफेंस डील का बड़ा धमाका! अनिल अंबानी के शेयर पर अचानक टूट पड़े निवेशक

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  • Publish Date - June 11, 2025 / 11:13 AM IST,
    Updated On - June 11, 2025 / 11:13 AM IST

(Reliance Infrastructure Share, Image Credit: IBC24 News Customize)

HIGHLIGHTS
  • रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 420 रुपये के हाई तक पहुंचे।
  • डील में ‘गाइडेड म्यूनिशन’ सिस्टम की जल्द सप्लाई शामिल।
  • ‘मेक इन इंडिया’ के तहत 50% से ज्यादा स्वदेशी निर्माण होगा।

Reliance Infrastructure Share: बुधवार, 11 जून 2025 को रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में सुबह 10:36 AM तक 3.8% तक की तेजी देखी गई और यह 420 रुपये के इंट्रा डे हाई तक पहुंच गया। इस तेजी की वजह कंपनी द्वारा की गई एक बड़ी डिफेंस डील को माना जा रहा है, जिसने निवेशकों का ध्यान खींच लिया है। यह डील गाइडेड म्यूनिशन से जुड़ी है, जिसे लेकर अनिल अंबानी और जर्मन कंपनी डाइहल डिफएंस के सीईओ हेल्मुट राउच के बीच चर्चा हुई।

डील की खास बात

यह साझेदारी ‘सिस्टम वल्केनो 155 मिमी प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन’ की जल्द सप्लाई पर केंद्रित है, जो भारत के सशस्त्र बलों के लिए बेहद खास मानी जा रही है। इस डील की शुरुआत 2019 में हुए सहयोग समझौते के आधार पर हुई है। साथ ही, ‘मेक इन इंडिया-II’ के तहत इसे देश में ही बनाने की योजना है, जिसमें 50% से ज्यादा हिस्सा पूरी तरह स्वदेशी होगा।

भारत की रक्षा ताकत को मिलेगा बढ़ावा

अनिल अंबानी ने कहा कि, डाइहल डिफेंस के साथ यह साझेदारी भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता को और मजबूत करेगी। इससे रिलायंस डिफेंस को अंतर्राष्ट्रीय रक्षा सप्लाई चेन में एक मजबूत ताकत बनने का मौका मिलेगा। यह डील भारत को आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन की दिशा में एक बड़ा कदम है।

जर्मन कंपनी का योगदान

डाइहल डिफेंस एक जर्मन कंपनी है जो वायु रक्षा प्रणालियों में विशेषज्ञता रखती है। इसका मुख्यालय जर्मनी के उबरलिंगन में है। यह कंपनी सेना, वायुसेना और नौसेना के लिए गाइडेड मिसाइलें, गोला-बारूद और सुरक्षा प्रणालियां बनाती है। इस साझेदारी से दोनों देशों के रक्षा क्षेत्र में सहयोग और अधिक मजबूत होगा।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर में तेजी क्यों आई?

कंपनी ने डिफेंस सेक्टर में एक बड़ी डील की है, जिससे शेयरों में 1% की तेजी आई।

रिलायंस डिफेंस की किस कंपनी के साथ साझेदारी हुई है?

जर्मनी की डाइहल डिफेंस कंपनी के साथ स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की गई है।

इस डील का मुख्य उद्देश्य क्या है?

भारतीय सशस्त्र बलों के लिए ‘सिस्टम वल्केनो 155 मिमी प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन’ की सप्लाई करना।

क्या यह डील 'मेक इन इंडिया' के तहत है?

हां, यह साझेदारी 'मेक इन इंडिया-II' पहल के तहत हो रही है, जिसमें 50% से ज्यादा सामग्री स्वदेशी होगी।