(PM Kisan Samman Nidhi / Image Credit: IBC24 News File)
नई दिल्ली: PM Kisan Samman Nidhi: देश के करोड़ों छोटे और सीमांत किसानों के लिए आने वाला नया साल बेहद महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने लाभार्थियों के लिए लंबे समय से राहत का काम किया है। अब किसानों की नजरें 1 फरवरी 2026 को पेश होने वाले केंद्रीय बजट पर टिकी हुई हैं, जिसमें योजना में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है।
सरकार ने योजना के लिए वित्त वर्ष 2024-25 में फंड आवंटन बढ़ाकर 63,500 करोड़ रुपये कर दिया है। पहले यह राशि 60,000 करोड़ रुपये थी। इस वृद्धि से स्पष्ट है कि योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ रही है और सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी पात्र किसान का पैसा रुक न पाए। पिछले दो सालों में लगभग 2,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी से सरकार की मंशा स्पष्ट होती है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या सालाना 6,000 रुपये की मदद बढ़ाई जाएगी। महंगाई और खेती की लागत में वृद्धि को देखते हुए लंबे समय से यह मांग उठ रही है। योजना के तहत यह राशि तीन किस्तों में सीधे बैंक खातों में भेजी जाती है, जिससे खाद, बीज और अन्य कृषि जरूरतों में तुरंत मदद मिलती है। आने वाले बजट में इसे बढ़ाने का निर्णय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दे सकता है।
1 फरवरी 2026 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जब बजट पेश करेंगी, तो कृषि क्षेत्र के प्रस्तावों पर पूरे देश की निगाहें टिकी होंगी। जानकार का मानना है कि आगामी चुनाव और किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए, इस बजट में कृषि क्षेत्र के लिए कोई बड़ा तोहफा शामिल हो सकता है। योजना के शुरू होने 2019 से अब तक सरकार ने फंड वितरण में पारदर्शिता बनाए रखी है।
अगर सम्मान निधि राशि बढ़ाई जाती है, तो यह सीधे किसानों की आय में इजाफा करेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी लाएगी। छोटे और सीमांत किसान अपनी खेती में लागत, खाद और बीज पर खर्च बढ़ा पाएंगे, जिससे कृषि उत्पादन और ग्रामीण जीवनस्तर में काफी सुधार आएगा।