स्माल कैप और मिड कैप रेंज की कम्पनियों के शेयर में भारी गिरावट, 2022 के औसत से 12 प्रतिशत नीचे है सूचकांक..

BSE's Smallcap index has lost 3,816.95 points or 12.95 per cent so far this year and Midcap has lost 2,314.51 points or 9.26 per cent. In comparison, the 30-share Sensex lost 3,771.98 points or 6.47 per cent.

स्माल कैप और मिड कैप रेंज की कम्पनियों के शेयर में भारी गिरावट, 2022 के औसत से 12 प्रतिशत नीचे है सूचकांक..
Modified Date: November 29, 2022 / 08:01 pm IST
Published Date: July 11, 2022 12:10 pm IST

शेयर बाजारों में गिरावट के बीच इस साल छोटी कंपनियों का प्रदर्शन बड़ी कंपनियों से कमजोर रहा है। बीएसई स्मॉलकैप और मिडकैप में इस साल अबतक 13 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं सेंसेक्स की तुलना में इनका प्रदर्शन कहीं खराब रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छे समय में छोटी कंपनियों के शेयर बड़ी कंपनियों यानी लार्ज कैप की तुलना में ज्यादा चढ़ते हैं। ऐसे में मौजूदा खराब दौर में इनमें कहीं अधिक करेक्शन सामान्य बात है।

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स्मात कैप सूचकांक में 12% की औसत गिरावट 

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छोटी कंपनियों के शेयरों ने 2021 में शानदार प्रदर्शन करते हुए निवेशकों को 63 प्रतिशत का प्रतिफल दिया था। भू-राजनीतिक तनाव, मुद्रास्फीति की चिंताओं और विदेशी कोषों की जबर्दस्त बिकवाली के बीच इस साल शेयर बाजारों को कई प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझना पड़ा है। विशेषज्ञों ने कहा कि इन चुनौतियों की वजह से घरेलू और वैश्विक बाजारों में बेचैनी है। बीएसई का स्मॉलकैप सूचकांक इस साल अबतक 3,816.95 अंक यानी 12.95 प्रतिशत और मिडकैप 2,314.51 अंक यानी 9.26 फीसदी टूट चुका है। इसकी तुलना में 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में 3,771.98 अंक या 6.47 प्रतिशत की गिरावट आई है।

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स्माल कैप सूचकांक कही ऊपर चढ़े थे

इक्विटी मास्टर के सह-प्रमुख (शोध) राहुल शाह ने कहा, मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक अच्छे समय के दौरान सेंसेक्स की तुलना में कहीं अधिक चढ़े थे। इसलिए यह स्वाभाविक है कि वे बुरे समय में सेंसेक्स से अधिक गिरेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जहां तक ​​मौजूदा दौर का सवाल है, बाजार अब महंगे नहीं हैं, लेकिन वे बहुत सस्ते भी नहीं हैं। शाह ने कहा, यह एक ऐसा बाजार है जहां गुणवत्ता और वृद्धि को इनाम मिलता है जबकि ऊंचे मूल्यांकन और खराब गुणवत्ता को खारिज कर दिया जाता है।

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