(Stock Market 18 November, Image Credit: IBC24 News Customize)
नई दिल्ली: Stock Market 18 November: मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 ग्लोबल मार्केट से मिले नकारात्मक संकेतों के कारण गिरावट के साथ खुल सकते हैं। दुनिया भर के शेयर बाजारों में कमजोरी का माहौल बना हुआ है। खासकर टेक शेयरों में भारी बिकवाली के कारण एशियाई बाजार दबाव में बने हुए हैं। इसके विपरीत, सोमवार को भारतीय बाजार ने उतार-चढ़ाव के बावजूद मजबूती के साथ सत्र समाप्त किया था। सेंसेक्स 388 अंक बढ़कर 84,950 पर जबकि निफ्टी 103 अंकों की तेजी के साथ 26,013 पर बंद हुआ था।
अमेरिकी बाजारों में सोमवार रात दर्ज हुई गिरावट का असर मंगलवार सुबह एशियाई मार्केट में स्पष्ट दिखा। जापान का निक्केई 225 2.28% टूट गया। टॉपिक्स में 0.6% की गिरावट आई। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.63% फिसल गया, जबकि कोस्डैक 0.58% नीचे रहा। हांगकांग के हैंग सेंग फ्यूचर्स ने कमजोर शुरुआत के संकेत दिए। इन वैश्विक संकेतों से यह साफ है कि भारतीय बाजार के निवेशकों को आज सावधानी बरतनी होगी।
मंगलवार सुबह गिफ्ट निफ्टी 26,001 के आसपास ट्रेड करता दिखा, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से करीब 59 अंक नीचे है। यह भारतीय मार्केट में निगेटिव ओपनिंग की संभावनाओं को बढ़ाता है और दिन की शुरुआत में दबाव का संकेत देता है।
अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार को तेज गिरावट देखने को मिली। डॉऊ जोन्स 557 अंक गिरकर 46,590 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 0.92% टूटकर 6,672 पर आ गया। नैस्डैक कंपोजिट 192 अंक गिरकर 22,708 पर बंद हुआ। टेक सेक्टर में कमजोरी और वैश्विक आर्थिक चिंताओं ने अमेरिकी बाजारों को दबाव में रखा।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) का पहला चरण लगभग अंतिम चरण में है। इस समझौते में ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए 50% तक के ऊंचे टैरिफ हटाए जा सकते हैं, जिससे भारतीय निर्यातकों को राहत मिल सकती है।
डॉलर इंडेक्स 0.2% बढ़कर 99.54 पर पहुंच गया, जबकि येन नौ महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। सोने की कीमतें चौथे दिन भी फिसलीं और हाजिर सोना 4,038.43 डॉलर/औंस पर बंद हुआ। कच्चे तेल के दाम में भी नरमी रही, ब्रेंट 63.96 डॉलर और WTI 59.68 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर दिखे।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।