(Tata Communication Share, Image Credit: IBC24 News Customize)
Tata Communication Share: बीते वर्षों में टाटा समूह की कई कंपनियों ने शानदार मल्टीबैगर रिटर्न दिए हैं, लेकिन टाटा कम्युनिकेशंस उन स्टॉक्स में से एक हैं जिसने हाल ही में निवेशकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पिछले एक साल में इस शेयर ने करीब 9% का निगेटिव रिटर्न दिया है। हालांकि, हाल के सप्ताहों में इसमें निचले स्तरों से रिकवरी भी देखी जा रही है।
कंपनी ने मंगलवार को आयोजित इन्वेस्टर डे इवेंट के दौरान एक ऐसा ऐलान किया है जिससे शेयर बाजार में नकारात्मक रुझान देखने को मिला। टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने अपने राजस्व वृद्धि, मार्जिन लीवरेज और नियोजित पूंजी पर रिटर्न (Return on Capital Employed) से जुड़ी गाइडेंस को अगले साल तक स्थगित कर दिया है। इसी वजह से शेयर में फिर से गिरावट देखने को मिली है।
ब्रोकरेज फर्म Nuvama Wealth का कहना है कि टाटा कम्युनिकेशंस द्वारा गाइडेंस टालना कोई चौंकाने वाली बात नहीं है, क्योंकि वित्त वर्ष 2027 तक के लिए अनुमानित आंकड़ों को लेकर पहले से ही दबाव बना हुआ था। बावजूद इसके, नुवामा ने कंपनी के बिजनेस मॉडल पर भरोसा जताते हुए शेयर पर ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखी है।
टाटा कम्युनिकेशंस की खासियत यह है कि यह कंपनी टेलीकॉम और आईटी दोनों सेक्टरों में दमदार उपस्थिति रखती है और उच्च गुणवत्ता की सेवाएं देती है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स इसे लॉन्ग टर्म के लिए एक मजबूत निवेश विकल्प मानते हैं।
नुवामा ने टाटा कम्युनिकेशंस के शेयर के लिए 2,000 रुपये का टारगेट तय किया है, जबकि यह फिलहाल करीब 1,700 रुपये के आस-पास कारोबार कर रहा है। यानी मौजूदा स्तर से इसमें करीब 15% की तेजी की संभावना है। इसके अलावा वैश्विक ब्रोकरेज फर्म CLSA ने भी इस स्टॉक पर भरोसा जताते हुए 2,100 रुपये का टारगेट तय किया है।
भले ही टाटा कम्युनिकेशंस के शेयर ने बीते 1 साल में कमजोर प्रदर्शन किया हो, लेकिन पिछले 5 वर्षों में इसने निवेशकों को 251% का दमदार मुनाफा दिया है। यह आंकड़ा बताता है कि लॉन्ग टर्म के नजरिए से यह शेयर अब भी एक मजबूत दावेदार बना हुआ है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।