Increased Tax on Liquor: महंगी हुई शराब और इन शेयर पर चढ़ा नशा! रॉकेट बने स्टॉक्स को खरीदने की होड़ चालू…

Increased Tax on Liquor: महंगी हुई शराब और इन शेयर पर चढ़ा नशा! रॉकेट बने स्टॉक्स को खरीदने की होड़ चालू...

Increased Tax on Liquor: महंगी हुई शराब और इन शेयर पर चढ़ा नशा! रॉकेट बने स्टॉक्स को खरीदने की होड़ चालू…

(Increased Tax on Liquor, Image Credit: Meta AI)

Modified Date: June 11, 2025 / 02:06 pm IST
Published Date: June 11, 2025 2:06 pm IST
HIGHLIGHTS
  • महाराष्ट्र सरकार ने इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है।
  • टैक्स बढ़ने के कारण United Spirits के शेयरों में 6% की गिरावट आई।
  • बीयर पर टैक्स न बढ़ने से United Breweries जैसे स्टॉक्स को सपोर्ट मिला।

Increased Tax on Liquor: आज इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) यानी भारतीय विदेशी शराब पर महाराष्ट्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में इजाफा कर दिया है। जिसका असर सीधे तौर पर कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों पर देखने को मिला। एक ओर जहां United Spirits जैसी दिग्गज कंपनी के शेयरों में 6% की गिरावट दर्ज की गई, वहीं GM ब्रेवरीज और Sula Vineyards जैसी कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली।

GM ब्रेवरीज: देसी शराब की डिमांड बढ़ने की उम्मीद

सरकार ने देसी शराब पर भी टैक्स बढ़ाया है। जिसमें 180 रुपये से बढ़ाकर 205 रुपये प्रति प्रूफ लीटर कर दिया गया है। इसके बावजूद GM ब्रेवरीज के शेयरों में 18% की जबरदस्त उछाल आ गई और यह 846 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। इसकी मुख्य वजह है कि GM ब्रेवरीज महाराष्ट्र में बनी सस्ती देसी शराब बेचती है, जिस पर IMFL जितना भारी टैक्स नहीं लगता। कंपनी राज्य में देसी शराब पर कुल एक्साइज ड्यूटी का लगभग 25-30% अकेले भरती है। जानकारों का कहना है कि IMFL महंगी होने के बाद लोग सस्ती देसी शराब की ओर रुख करेंगे, जिससे GM ब्रेवरीज को फायदा होगा।

Sula Vineyards: वाइन पर टैक्स न बढ़ने से राहत

Sula Vineyards के शेयर भी 7.6% की उछाल के साथ 320 रुपये तक पहुंच गए। लंबे समय से ठंडा पड़ा यह स्टॉक आज के ऐलान से रॉकेट बन गया क्योंकि सरकार ने वाइन पर कोई नया टैक्स नहीं लगाया। महाराष्ट्र भारत का सबसे बड़ा वाइन उत्पादक राज्य है और सुला यहां की अग्रणी कंपनी है। निवेशकों को उम्मीद है कि टैक्स स्थिर रहने से वाइन की बिक्री में बढ़ोतरी होगी।

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बीयर कंपनियों को भी मिली राहत

United Breweries (किंगफिशर बीयर निर्माता) जैसे बीयर निर्माताओं के शेयरों में भी सकारात्मक मूवमेंट देखा गया। इसका कारण यह है कि बीयर पर भी कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं लगाया गया है। बाजार एक्सपर्ट्स का मानना है कि महंगी IMFL की तुलना में अब उपभोक्ता प्रीमियम बीयर की तरफ रुख कर सकते हैं।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।