(Vipul Organics Share, Image Credit: IBC24 News Customize)
Vipul Organics share: मंगलवार, 17 जून 2025 को बाजार में सुस्ती के माहौल के बाद भी विपुल ऑर्गेनिक्स के शेयरों में बड़ी खरीदारी देखने को मिली। यह शेयर पिछले बंद भाव 179.30 रुपये से उछलकर 188.25 रुपये पर पहुंच गया और इस दौरान 5% का अपर सर्किट भी लग गया। अब ध्यान देने वाली बात यह है कि मई 2025 में यह शेयर 116 रुपये के निचले स्तर पर था, जबकि अक्टूबर 2024 में इसका उच्चतम स्तर 265.02 रुपये रहा है, जो इसका 52 हफ्तों का हाई और लो है।
कंपनी को ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए एक नया ऑर्गेनिक इंटरमीडिएट प्रोडक्ट सप्लाई करने का पहला कॉमर्शियल ऑर्डर मिला है। हाल ही में यह प्रोडक्ट कंपनी द्वारा डेवलप किया गया है। विपुल ऑर्गेनिक्स के अनुसार, इस ऑर्डर की मंजूरी प्रक्रिया 18 महीनों से अधिक चली और अब कंपनी को इसका पहला व्यावसायिक ऑर्डर मिल गया है। यह डील कंपनी के लिए एक नई प्रोडक्ट लाइन और इंडस्ट्री सेगमेंट में प्रवेश का संकेत माना जा रहा है।
जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट घटकर 78 लाख रुपये रह गया, जो पिछले वर्ष इसी तिमाही में 1.44 करोड़ रुपये था यानी इसमें करीब 45.83% की गिरावट। हालांकि, कंपनी की आमदनी में थोड़ी तेजी देखने को मिली है, जो इस तिमाही में 43.97 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वर्ष 41.53 करोड़ रुपये थी यानी 5.87% की बढ़त।
वहीं, कंपनी के एमडी विपुल पी. शाह ने बताया कि गुजरात में बन रही नई सायाखा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का पहला चरण 2025-26 की तीसरी तिमाही तक शुरू होने की संभावना है। इससे कंपनी को राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी। वर्तमान में विपुल ऑर्गेनिक्स की दो फैक्ट्रियां महाराष्ट्र में हैं और गुजरात में तीसरी यूनिट स्थापित की जा रही है।
अगर कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो 68.64% हिस्सेदारी प्रमोटर्स के पास है, जबकि 31.36% हिस्सेदारी पब्लिक निवेशकों के पास है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।