Mozilla and Chrome Users: Chrome और Mozilla यूजर्स सावधान! सरकार ने दी बड़ी चेतावनी, एक गलती और लीक हो सकता है आपका पूरा डेटा

भारत सरकार की साइबर एजेंसी CERT-In ने Google Chrome और Mozilla Firefox यूजर्स के लिए गंभीर सुरक्षा चेतावनी जारी की है। यूजर्स को ब्राउजर सेटिंग्स तुरंत अपडेट करने की सलाह दी गई है, वरना हैकर्स आपके डेटा और निजी जानकारी चुरा सकते हैं।

Mozilla and Chrome Users: Chrome और Mozilla यूजर्स सावधान! सरकार ने दी बड़ी चेतावनी, एक गलती और लीक हो सकता है आपका पूरा डेटा

(Mozilla and Chrome Users, Image Credit: Pixabay)

Modified Date: October 25, 2025 / 02:01 pm IST
Published Date: October 25, 2025 2:01 pm IST
HIGHLIGHTS
  • CERT-In ने Chrome और Firefox यूज़र्स के लिए हाई अलर्ट जारी किया।
  • ब्राउज़र्स में खतरनाक सिक्योरिटी बग पाए गए।
  • हैकर्स डेटा चोरी और सिस्टम क्रैश कर सकते हैं।

नई दिल्ली: Mozilla and Chrome Users: भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In (Indian Computer Emergency Respons Team) ने देशभर के Google Chrome और Mozilla Firefox यूजर्स को गंभीर सुरक्षा खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन ब्राउजर्स में ऐसी कई कमजोरियां मिली हैं। जिनका फायदा उठाकर हैकर्स आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं या सिस्टम को क्रैश कर सकते हैं।

सबसे ज्यादा खतरा किसे?

CERT-In के मुताबिक, Google Chrome की सुरक्षा खामियां मुख्य रूप से Chrome OS और ChromeOS Flex यूजर्स को अधिक प्रभावित कर सकती हैं। वहीं, Mozilla Firefox, Firefox ESR (Extended Support Release) और Thunderbird ईमेल क्लाइंट के यूजर्स को भी साइबर हमलों का खतरा बना हुआ है।

किन-किन वर्जनों में कमजोरियां पाई गई?

  • Mozilla Firefox: Version 144 से पहले के सभी वर्जन।
  • Mozilla Firefox ESR: Version 115.29 और 140.4 से पहले।
  • Mozilla Thunderbird: Version 140.4 और 144 से पहले।
  • Google ChromeOS: Version 16404.45.0 से पहले।

क्या नुकसान हो सकता है?

Firefox में मिली खामियों के जरिए साइबर अपराधी यूजर्स के सिस्टम में सेंध लगाकर संवेदनशील डेटा को चुरा सकते हैं। ये खामियां MediaTrack-GraphImpl::GetInstance() में Use-after-free बग, Memory Corruption और Web Extension API से जुड़ी हैं। Android डिवाइस पर Address Bar Spoofing के कारण से हैकर्स नकली वेबसाइट दिखाकर यूजर्स को धोखा दे सकते हैं। Chrome में खतरा Heap Buffer Overflow से जुड़ा है, जो Video, Sync और WebGPU कॉम्पोनेंट्स को प्रभावित करता है। हैकर्स एक नकली वेबसाइट के जरिए यूजर को क्लिक करने पर सिस्टम तक पहुंच बना सकते हैं।

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कैसे सुरक्षित रहें?

  • CERT-In की सलाह है कि अपने ब्राउजर को तुरंत नवीनतम वर्जन में अपडेट करें।
  • Auto-Update Mode को ऑन रखें।
  • किसी भी संदिग्ध वेबसाइट या ईमेल लिंक पर क्लिक न करें।
  • अपने एंटीवायरस और सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करते रहें।
  • पुराने या असुरक्षित वर्जन का उपयोग बिल्कुल न करें।

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लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।