Madhya Pradesh SIR Process/ image source: IBC24
Madhya Pradesh SIR Process: मध्यप्रदेश में आज से मतदाता सूची वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के तहत प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर वोटर लिस्ट की गहन जांच की जाएगी। बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) घर-घर जाकर मतदाताओं के दस्तावेज सत्यापित करेंगे। यह अभियान 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा और इस दौरान मतदाता की गैरमौजूदगी में परिवार का सदस्य भी सत्यापन कर सकता है।
इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य डुप्लीकेट वोटर्स के नाम हटाना, छूटे हुए नाम जोड़ना और वोटर लिस्ट को पूरी तरह अपडेट करना है। मतदाता सूची के अपडेट के बाद ही फाइनल लिस्ट 7 फरवरी 2026 को जारी होगी। ऑनलाइन माध्यम से भी मतदाता अपनी जानकारी का सत्यापन कर सकते हैं।
Madhya Pradesh SIR Process: चुनाव आयोग के निर्देश के तहत मध्यप्रदेश में बिहार की तरह वोटर लिस्ट का गहन पुनरीक्षण किया जा रहा है। प्रत्येक बूथ की वोटर लिस्ट का निरीक्षण किया जाएगा और संदिग्ध नामों की जांच की जाएगी। बीएलओ हर घर तीन बार जाकर फॉर्म वितरित करेंगे और दस्तावेज़ सत्यापन करेंगे।
अलग-अलग विभागों के स्टाफ की लगाई गई ड्यूटी
Madhya Pradesh SIR Process: सभी संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। कलेक्टर, एसडीएम, एडीएम, तहसीलदार और अन्य कर्मचारियों को ड्यूटी के आदेश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इस प्रक्रिया में झूठी जानकारी देने पर एक साल की जेल या जुर्माने का प्रावधान है। SIR के तहत वोटर लिस्ट को पूरी तरह अपडेट करने से प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी को गति मिलेगी।
Madhya Pradesh SIR Process: बताते चलें कि, बीती रात 12 बजे मतदाता सूची फ्रीज कर दी गई है। इसके बाद बीएलओ घर-घर जाकर फॉर्म वितरित करेंगे और मतदाताओं से आवश्यक दस्तावेज मांगे जाएंगे। कुल 11 तरह के दस्तावेज सत्यापन के लिए जरूरी हैं। इस अभियान में 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक सभी मतदाताओं का सत्यापन किया जाएगा।
इस प्रोसेस में डुप्लीकेट नाम हटाए जाएंगे और छूटे हुए नाम जोड़ दिए जाएंगे। इस प्रक्रिया से मतदाता सूची पूरी तरह अपडेट होगी और सभी मतदाता सही ढंग से चुनाव में शामिल हो सकेंगे। SIR अभियान से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी अवैध या फर्जी नाम मतदाता सूची में शामिल न हो।
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