रियल लाइफ हीरो थे पुनीत राजकुमार, करते थे 46 फ्री स्कूल, 26 अनाथालय समेत अनेक समाज कार्य का संचालन…
मुंबई । आज कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार की पहली पुण्यतिथि है। बीते वर्ष 29 अक्टूबर 2021 को पुनीत राजकुमार का दिल का दौरा पड़ने से 46 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पुनीत को कन्नड़ सिनेमा का पावर स्टार कहा जाता था। उनके फैंस उन्हें अप्पू कहकर भी बुलाते थे। उनके निधन की खबर ने पूरे कर्नाटक राज्य को हिलाकर रख दिया था। उन्होंने ढेर सारे सोशल वर्क किए। जिसे भुलाया नहीं जा सकता। आज हम आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ अहम पहलुओं के बारे में बताएंगे।
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पुनीत राजुकमार यूं ही कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार नहीं कहलाते थे। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए अभिनेता ने कड़ी मेहनत की है। पुनीत राजुकमार ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। उनके बेहतरीन काम ने उन्हें महज 10 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय पुरस्कार दिला दिया था। बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट पुनीत राजकुमार ने लगभग 12 फिल्में की थीं। पुनीत राजकुमार के जाने के बाद हर कोई उनके द्वारा किए गए समाज सेवा के क्षेत्र में कार्यों को याद कर रहा है।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पुनीत राजकुमार के द्वारा 45 फ्री स्कूल, 26 अनाथालय, 16 वृद्धाश्रम, 19 गौशाला के संचालन में भी सहयोग करते थे। अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो गानों से मिला पैसा इन कामों के लिए दे देते हैं। पुनीत कई कन्नड़ भाषी स्कूलों को भी चलाने में सहयोग करते थे। पुनीत अपनी माता के साथ मिलकर मैसूर में शक्तिधाम नाम से आश्रम भी चलाते थे। इस आश्रम के जरिये वो हजारों लड़कियों की पढ़ाई के लिए संसाधनों का इंतज़ाम किया करते थे। यह एक चैरिटेबल संस्था है। इस संस्था में बलात्कार पीड़िताओं की मदद, मानव तस्करी के विरुद्ध अभियान, वेश्यावृत्ति के खिलाफ कार्य भी किए जाते रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार अभी तक लगभग 4,000 महिलाएँ यहाँ से लाभान्वित हुई हैं।

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