Rakshabandhan on Sunday, auspicious time and by which method Rakhi

रविवार को रक्षाबंधन, शुभ मुहूर्त और किस विधि से बांधे भाई को राखी… जानिए

रविवार को रक्षाबंधन, शुभ मुहूर्त और किस विधि से बांधे भाई को राखी... जानिए Rakshabandhan on Sunday, auspicious time and by which method Rakhi is tied to the brother ... know

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:02 PM IST, Published Date : August 21, 2021/1:46 pm IST

Rakshabandhan on Sunday 2021 नई दिल्ली। रक्षाबंधन 22 अगस्त रविवार को मनाया जायेगा। ये त्योहार हर साल सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं और उनके सुखी जीवन की कामना करती हैं।

पढ़ें- एक और अहम फैसला, पेंशन की लिमिट 15 हजार से बढ़कर 25000? होगी.. देखिए डिटेल में जानकारी

हिंदू धार्मिक मान्यताओं अनुसार सबसे पहले देवी लक्ष्मी ने राजा बली को राखी बांधकर अपना भाई बना लिया था। जानिए कैसे मनाते हैं राखी का त्योहार और क्या रहेगा इसका शुभ मुहूर्त…

पढ़ें- देश में कोरोना के 34,457 नए केस, 375 की मौत.. एक्टिव मरीजों की संख्या 151 दिनों में सबसे कम

राखी बांधने की विधि:
-अब राखी बांधने की प्रक्रिया शुरू करें। इसके लिए भाई को पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बिठाएं।
-ध्यान रखें राखी बांधते समय भाई के सिर पर एक रुमाल होना चाहिए।
-फिर बहन अपने भाई के माथे पर टीका लगाएं और उस कुछ अक्षत लगाएं।
-कुछ अक्षत भाई के ऊपर आशीर्वाद के रूप में छींटें।
-फिर दीपक जलाकर भाई की आरती उतारें। ऐसा बहन अपने भाई की नजर उतारने के लिए करती हैं।
-इसके बाद बहन भाई की दायीं कलाई पर राखी बांधते हुए इस मंत्र को बोलें। ‘ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।’
-अब भाई-बहन एक दूसरे का मुंह मीठा करें।
-अगर बहन बड़ी है तो भाई उसके चरण स्पर्श करे और अगर बहन छोटी है तो वो भाई के पैर छुए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करे।
-अंत में भाई बहन को कुछ न कुछ उपहार देने की परंपरा निभाते हैं।

पढ़ें- महिला खिलाड़ी ने नीलाम किया टोक्यो ओलंपिक में जीता मेडल.. वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

रक्षाबंधन पूजा विधि:
-राखी वाले दिन सबसे पहले सुबह स्नान कर पवित्र हो जाएं और देवताओं को प्रणाम करें। उसके बाद अपने कुल के देवी-देवताओं की पूजा करें।
-फिर एक थाली लें। आप चाहें तो चांदी, पीतल, तांबा या फिर स्टील की थाली भी ले सकते हैं। फिर इस थाली में राखी, अक्षत और रोली रखें।
-सबसे पहले राखी की थाल को पूजा स्थान पर रखें और पहली राखी बाल गोपाल या फिर अपने ईष्ट देवता का चढ़ाएं।

 

 

 

 
Flowers