बैगा आदिवासी के जीवन को करीब से देखना है तो करें चिल्फी घाटी की सैर

बैगा आदिवासी के जीवन को करीब से देखना है तो करें चिल्फी घाटी की सैर

बैगा आदिवासी के जीवन को करीब से देखना है तो करें चिल्फी घाटी की सैर
Modified Date: November 29, 2022 / 04:46 pm IST
Published Date: August 9, 2018 11:08 am IST

छत्तीसगढ़ में पर्यटन प्रेमियों के लिए बहुत सी ऐसी जगह है जो उन्हें प्रकृति के करीब लाती है। इन दिनों कबीरधाम जिले की पहचान पुरातत्व, पर्यटन और दर्शनीय स्थलों के रूप में उभर कर सामने आ रही है।कबीरधाम जिले में पुरातात्विक और पर्यटन से सम्बंधित कईम  हत्वपूर्ण  स्थल हैं जहां पहुंचने के बाद आपको छत्तीसगढ़ का इतिहास समझने  का मौका मिलेगा। जिसके कारण यह पर्यटन की दृष्टिकोण से बहुत महत्व रखता है।आज हम जानेंगे कबीरधाम को खास पहचान दिलाने वाली खूबसूरत जगह चिल्फी घाटी के बारे में मैकल की रानी चिल्फी घाटी जिले का खूबसूरत हिल स्टेशन हैं।

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चिल्फी घाटी मे जाड़े के दिन मे कड़ाके की ठंड पड़ती है। यहां चिरईयां के फूल, पहाड़ों पर ऊंचे-ऊंचे पेंड़,बादलों का अद्भुत  नजारा,बैगा आदिवासी जीवन पर्यटकों को आकर्षित करता है। चिल्फी घाटी क्षेत्र मे 27 नये स्टॉप डैम हैं जो  जलसंरक्षण व जलसंवर्धन को बढ़ावा दे रहे है। चिल्फी घाटी से लगा सरोदा दादर पर्यटन स्थल भी सैनानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।  सरोदा दादर स्थित पर्यटन मंडल का यह टूरिस्ट रिसॉर्ट कवर्धा जिले में स्थित है। यहां आस-पास बहुत ही मनोहारी प्राकृतिक स्थल है, इनमें चिल्फी घाटी का अत्यंत मनोहारी दृश्य भी शामिल है। कान्हा नेशनल पार्क के दोनों गेट मुक्की एवं सरही यहां से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। क्षेत्र में बैगा जनजाति के रिहायशी इलाके हैं, जहां पर बैगा जनजातियों के रहन-सहन, खान-पान एवं संस्कृति को जानने पर्यटकों के लिए बेहतरीन अवसर होता है।

 

वेब डेस्क IBC24


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