उप्र में महिला कांवड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा में 10 हजार महिला पुलिसकर्मी तैनात

उप्र में महिला कांवड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा में 10 हजार महिला पुलिसकर्मी तैनात

उप्र में महिला कांवड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा में 10 हजार महिला पुलिसकर्मी तैनात
Modified Date: July 13, 2025 / 06:18 pm IST
Published Date: July 13, 2025 6:18 pm IST

लखनऊ, 13 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार ने सावन माह में शिवभक्तों की आस्था की प्रतीक कांवड़ यात्रा में खासकर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए करीब 10 हजार महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कांवड़ यात्रा के मार्ग पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए करीब 10 हजार महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस विभाग ने प्रदेशभर में कांवड़ यात्रा के लिए 66 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की है।

मुख्यमंत्री को हाल में कांवड़ यात्रा की उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों से करीब छह करोड़ श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में शामिल हो सकते हैं, जो प्रदेश से होकर अपनी यात्रा पूरी करेंगे और इसमें 60 से 70 लाख महिला श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।

 ⁠

योगी ने अधिकारियों को महिला केंद्रित सुरक्षा मॉडल लागू करने के निर्देश दिये।

बयान के अनुसार, महिलाओं कांवड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात महिला पुलिसकर्मियों में 8,541 मुख्य आरक्षी और 1,486 उपनिरीक्षक शामिल हैं।

बयान में कहा गया है कि इसके अलावा योगी के निर्देश पर इस बार महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क पर महिला आरक्षी तैनात की गई हैं, जो न केवल सहायता देंगी बल्कि संवेदनशील मामलों में परामर्श भी उपलब्ध कराएंगी। इसके अलावा कई जिलों में महिला स्वयंसेवी संगठनों की मदद से “शक्ति हेल्प बूथ” की भी स्थापना की जा रही है।

प्रदेश की सभी क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया दल) में महिला पुलिसकर्मियों की उपस्थिति को अनिवार्य किया गया है। इसमें भी रात के समय सभी क्यूआरटी में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती अनिवार्य की गयी है। साथ ही कांवड़ यात्रा मार्ग पर क्यूआरटी के गश्त को बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं ताकि महिला श्रद्धालुओं समेत सभी श्रद्धालुओं को आवश्यकता पड़ने पर तुरंत सहायता प्रदान की जा सके।

भाषा आनन्द नोमान

नोमान


लेखक के बारे में