कतर्नियाघाट अभयारण्य में एक वन्यजीव तस्कर पांच अदद ‘रेड सैंड बोआ सांपों’ के साथ गिरफ्तार

कतर्नियाघाट अभयारण्य में एक वन्यजीव तस्कर पांच अदद ‘रेड सैंड बोआ सांपों’ के साथ गिरफ्तार

कतर्नियाघाट अभयारण्य में एक वन्यजीव तस्कर पांच अदद ‘रेड सैंड बोआ सांपों’ के साथ गिरफ्तार
Modified Date: September 9, 2023 / 06:39 pm IST
Published Date: September 9, 2023 6:39 pm IST

बहराइच (उप्र) नौ सितंबर (भाषा) बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्य जीव अभ्यारण्य के ककरहा वन रेंज के संरक्षित क्षेत्र उर्रा बीट से वन विभाग ने एक वन्यजीव तस्कर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से दुर्लभ प्रजाति के बेशकीमती पांच अदद ‘रेड सैंड बोआ’ सांप बरामद किए हैं। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने शनिवार को पत्रकारों से बताया कि पकड़ा गया तस्कर बाबू भारत नेपाल सीमावर्ती रुपईडीहा थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव का निवासी है।

बधावन ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त बाबू के खिलाफ 1972 वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर शनिवार को आरोपी को विधिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद जेल भेजा गया है।

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विश्व प्रकृति निधि के परियोजना अधिकारी दबीर हसन ने बताया कि ‘रेड सैंड बोआ’ एक दुर्लभ प्रजाति का गैर विषैला सांप है तथा उसका प्रयोग कई प्रकार की दवाइयां, पर्स, कॉस्मेटिक का सामान, कैंसर के इलाज के लिए, नशीली चीजें, महंगे परफ्यूम और सेक्स पावर बढ़ाने की दवाइयां बनाने में किया जाता है।

हसन ने बताया कि इस प्रजाति के सांपों को लेकर कुछ किंवदन्तियाँ भी मशहूर हैं, कुछ लोग इसका प्रयोग तंत्र-मंत्र में करते हैं जबकि कुछ इसे धन पाने की दृष्टि से शुभ मानते हैं।

उन्होंने कहा कि हर जगह पर आसानी से उपलब्ध न होने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करोड़ों में बताई जाती है तथा भारत से ज्यादा इसकी मांग विदेशों खासतौर पर चीन तथा खाड़ी देशों में बताई जाती है।

भाषा सं आनन्द राजकुमार


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