महाराजा सुहेलदेव पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर एआईएमआईएम नेता शौकत अली समेत दो पर मुकदमा
महाराजा सुहेलदेव पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर एआईएमआईएम नेता शौकत अली समेत दो पर मुकदमा
बहराइच (उप्र), 16 सितंबर (भाषा) बहराइच जिले में एक कार्यक्रम के दौरान महाराजा सुहेलदेव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष शौकत अली समेत दो लोगों के खिलाफ मंगलवार को देहात कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि महाराजा सुहेलदेव को ‘लुटेरा’ कहने के आरोप में शौकत अली और फिरोज बागवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह प्राथमिकी मंगलवार को हिन्दू रक्षा दल के जिला महामंत्री तिलकराम मिश्रा की तहरीर पर दर्ज करायी गयी है।
सूत्रों ने बताया कि तहरीर में आरोप लगाया गया था कि शौकत अली ने रविवार को बहराइच के त्रिमुहानी रोड स्थित फिरोज बागवान के आवास पर पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा था, ‘‘सालार मसूद गाजी लुटेरे नहीं थे बल्कि सुहेलदेव लुटेरे थे। सालार मसूद गाजी मुसलमान थे, मुसलमान इंसाफ परस्त होता है।’’
तहरीर के मुताबिक शौकत अली ने कहा था कि जब सुहेलदेव ने अपनी प्रजा के लोगों पर अन्याय और अत्याचार शुरू किया तो सालार मसूद गाजी बहराइच आये और उन्होंने सुहेलदेव के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
अपने संबोधन में एआईएमआईएम अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि कुछ वर्ष पूर्व तक ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का एआईएमआईएम के साथ गठबंधन था। जब एआईएमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी बहराइच में सालार मसूद गाजी की दरगाह पर गये थे तब ओम प्रकाश राजभर ने इस पर आपत्ति जताते हुए गठबंधन से किनारा कर लिया और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ हो लिये थे।
इसी साल 10 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के चित्तौरा में महाराजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक का उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन में योगी ने महाराजा सुहेलदेव को महिमामंडित करते हुए सूफी संत सैयद सलार मसूद गाजी को ‘आक्रांता’ करार दिया था।
भाषा सं. सलीम राजकुमार
राजकुमार

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