Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में उमड़ रहा ‘अस्था का सैलाब’, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ने बदल दी भारतीय संस्कृति की दशा और दिशा…

Ram Mandir Ayodhya: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा ने बदल दी भारतीय संस्कृति की दशा और दिशा, अयोध्या में उमड़ रहा 'अस्था का सैलाब'

  •  
  • Publish Date - January 28, 2024 / 09:54 PM IST,
    Updated On - January 28, 2024 / 09:54 PM IST

Ram Mandir Ayodhya

Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर बनने और मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के साथ अब अयोध्या का भविष्य पूरी तरह बदल चुका है। अयोध्या भविष्य में नए कीर्तिमान रचने जा रहा है। अयोध्या में मंदिर निर्माण से न केवल पर्यटन बढ़ेगा बल्कि अयोध्या एक नई धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में स्थापित होगी। राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, लोककल्याणकारी और भारतीय अस्मिता के प्रतीक हैं। राम प्रणव अक्षर ओंकार में समाए (ॐ) त्रिदेव के एकाकार हैं। विष्णु अवतार राम.. भारत के आराध्य हैं। भारत सनातन संस्कृति का देश है तो राम नाम की शक्ति ने भारत में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का काम किया है। रामलला अब मंदिर में विराजमान हैं तो इससे अयोध्या आने वाले अनंत काल के लिए विश्व की धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बनने की ओर अग्रसर है।

Read more: Hanuman Flag Remove Video: 108 फीट ऊंचे हनुमान ध्वज को लेकर मचा बवाल, पुलिस ने जबरन उतरवाए झंडे, सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा वायरल 

22 जनवरी 2024 राम मंदिर की स्थापना और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा के साथ भारत में ही नहीं पूरे विश्व मे ऐतिहासिक घटना के रूप में दर्ज हुई। इस आयोजन ने भारतीय संस्कृति की दशा और दिशा बदल दी। खुशियों का आसमान संपूर्ण परिवेश में देखने को मिला और इस उत्सव को पूरे विश्व ने देखा। पहले ही दिन अयोध्या में लाखों भक्तों ने दर्शन किए तो अब आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ों में होने जा रही है। यह पूरे विश्व के लिए एक नया कीर्तिमान होगा साथ ही साथ इससे विश्व गुरु के रूप में स्थापित होने में भारतीय संस्कृति का प्रचार होगा।

पांच वर्ष पहले वर्तमान अयोध्या की कल्पना भी नहीं थी। यह मात्र विमर्श भर था कि क्या कभी अयोध्या में हवाई अड्डा बन सकता है, क्या कभी बाहर से मंदिर और अंदर से माल सरीखा दिखने वाला रेलवे स्टेशन बनेगा, क्या कभी रामपथ, धर्मपथ और भक्तपथ जैसे मार्ग बनेंगे। सूर्य स्तंभ की तो कल्पना भी किसी ने नहीं की थी और न ही आकर्षण चुराने वाली लाइटों की, लेकिन यह सब साकार हुआ। मात्र वर्तमान अयोध्या को देखने वाले भले ही रामनगरी की शोभा पर निहाल हो, लेकिन पांच वर्ष पहले की अयोध्या को जानने वाले जानते हैं कि अयोध्या का वर्तमान स्वरूप किन चुनौतियों से घिरा था। रामजन्मभूमि पर सुप्रीम निर्णय आने और मंदिर निर्माण आरंभ होने के बाद अयोध्या का जिस गति से पुनर्निर्माण हुआ, किसी दौर में वह अकल्पनीय था।

Read more: Former CM Bhupesh Baghel: ‘नीतीश कुमार ने आत्मघाती कदम उठाया है…’, बिहार राजनीति पर पूर्व CM भूपेश बघेल का बड़ा बयान… 

Ram Mandir Ayodhya: श्रीराम मंदिर की स्थापना के साथ अयोध्या धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भगवान राम की स्वीकार्यता को देखते हुए आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में पर्यटक अयोध्या आएंगे तो इससे अयोध्या हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए संजीवनी के रूप में स्थापित होगी। पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया पर अयोध्या को सर्च करने वालों की संख्या में करीब एक हजार फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ये आंकड़े हॉस्पिटैलिटी और अन्य संबंधित सेक्टर्स के लिए उम्मीद जगाते हैं। ऐसा अनुमान है कि आने वाले कुछ वर्षों में अयोध्या प्रतिदिन आने वाले पर्यटकों/श्रद्धालुओं के हिसाब से पहले नंबर पर होगी। भारतीय संस्कृति आज विश्व की प्राचीनतम संस्कृति के रूप में विद्यमान है। राम मंदिर के साथ अब भारत के रामस्नेही युगों तक सनातन के पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्शों से प्रेरणा लेते रहेंगे।

 

 

 

 

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp