भाजपा नेता पर चिकित्सक को बंदूक तानकर धमकाने का मामला दर्ज, चिकित्सक के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज |

भाजपा नेता पर चिकित्सक को बंदूक तानकर धमकाने का मामला दर्ज, चिकित्सक के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज

भाजपा नेता पर चिकित्सक को बंदूक तानकर धमकाने का मामला दर्ज, चिकित्सक के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : October 31, 2022/9:12 pm IST

शाहजहांपुर, 31 अक्टूबर (भाषा) शाहजहांपुर जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता द्वारा बंदूक तानकर धमकी देने का मामला सामने आया है।

पुलिस ने भाजपा नेता के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। सोमवार शाम भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कोतवाली के सामने प्रदर्शन किए जाने के बाद चिकित्सक पर भी रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार ने सोमवार को दर्ज कराई गई प्राथमिकी के हवाले से बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक करण गुप्ता शनिवार रात 12 बजे ड्यूटी पर थे, तभी शहर निवासी अंशुल अग्निहोत्री के सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें लाया गया जिसका परीक्षण करने के बाद उन्हें ईसीजी कराने भेजा गया।

उन्होंने बताया कि इसी बीच भाजपा की महानगर इकाई के उपाध्यक्ष राजकमल बाजपेई ने आकर हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि बाजपेई ने चिकित्सक की गर्दन पकड़कर हाथापाई करते हुए उन्हें गोली मारने के लिए बंदूक तान दी।

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने रविवार देर रात आरोपी भाजपा नेता राजकमल बाजपेई के विरुद्ध मारपीट और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

रिपोर्ट के बाद सोमवार शाम भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोतवाली के सामने प्रदर्शन किया। इसके बाद जिस मरीज को लेकर विवाद हुआ था, उसकी मां लक्ष्मी देवी की ओर से चिकित्सक करन गुप्ता पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक करन गुप्ता पर रिश्वत मांगने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों मामलों की जांच के उपरांत ही कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष राजकमल बाजपेई ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मरीज अंशुल अग्निहोत्री उनके परिचित थे और सही इलाज न मिलने पर उसके परिजनों ने उन्हें बुलाया था।

बाजपेई का आरोप है कि जब वह वहां गए तो चिकित्सक अपने कमरे में बैठे मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे थे और जब उनसे मरीज देखने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि यह हमारे बस से बाहर है, इसे बाहर ले जाइए।

उन्होंने बताया कि जब उन्होंने स्ट्रेचर की मांग की तो चिकित्सक ने खुद ही स्ट्रेचर ढूंढने के लिए कह दिया। इसके बाद वह मरीज को जैसे-तैसे एक निजी अस्पताल में ले गए जहां उसे भर्ती कराया गया है।

भाषा सं आनन्द सलीम संतोष

संतोष

 

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