कोलकाता की घटना के विरोध में डॉक्टरों का प्रदर्शन, सुरक्षा उपायों की मांग की

कोलकाता की घटना के विरोध में डॉक्टरों का प्रदर्शन, सुरक्षा उपायों की मांग की

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  • Publish Date - August 13, 2024 / 03:52 PM IST,
    Updated On - August 13, 2024 / 03:52 PM IST

( तस्वीर सहित )

लखनऊ, 13 अगस्त (भाषा) कोलकाता में एक डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या के मामले में राज्य में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश ‘रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा उपायों की मांग की है।

कोलकाता में एक डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या के विरोध में प्रदेश में ग्रेटर नोएडा से लेकर वाराणसी और कानपुर, झांसी, आगरा, गोरखपुर जैसे शहरों के अलावा राजधानी लखनऊ में भी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में लगातार दूसरे दिन विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

हालांकि, उत्तर प्रदेश ‘रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ (आरडीए) के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जिन मेडिकल कॉलेजों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया है, उनमें आपातकालीन सेवाएं जारी हैं।

उत्तर प्रदेश ‘आरडीए’ के अध्यक्ष डॉ. हरदीप जोगी ने कहा कि एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखकर हाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष की परास्नातक छात्रा की “भयावह” हत्या के मद्देनजर अस्पतालों में सुरक्षा उपायों की मांग की है।

सोमवार को भेजे गये नड्डा को संबोधित पत्र में कहा गया कि बलात्कार के बाद हत्या की घटना से परिसर की सुरक्षा में गंभीर लापरवाही का पता चलता है।

इसमें कहा गया है, “आरडीए उत्तर प्रदेश इस युवती की मृत्यु पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है और इस तरह के जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार विफलताओं की कड़ी निंदा करता है। हमारे संस्थानों की सुरक्षा करने में असमर्थता प्रशासन और शासन की गंभीर चूक को दर्शाती है।”

आरडीए ने चिकित्सा समुदाय के सामने आने वाले ज्वलंत मुद्दों, डॉक्टरों के खिलाफ “बढ़ती हिंसा” और “बिगड़ती कार्य स्थितियों” पर चर्चा करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री के साथ तत्काल एक बैठक की भी मांग की।

पत्र में कहा गया है, “भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।”

डॉक्टरों के संघ ने चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई उपाय प्रस्तावित किए हैं, जिनमें पर्याप्त संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना शामिल है।

‘आरडीए’ ने कहा, “इसके अलावा, हमने पश्चिम बंगाल सरकार से मामले को सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया है ताकि घटना की व्यापक और निष्पक्ष जांच की जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।’

एसोसिएशन ने मृतक डॉक्टर के परिवार को पर्याप्त मुआवजा देने की भी मांग की।

वाराणसी से मिली खबर के अनुसार, इस घटना को लेकर वाराणसी के बीएचयू में मंगलवार को डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार के साथ ही विरोध प्रदर्शन किया। घटना के विरोध में डॉक्टरों ने बीएचयू के आईएमएस परिसर में प्रदर्शन किया।

रेजिडेंट डॉक्टर के मंगलवार को प्रदर्शन की वजह से ओपीडी सेवाएं निलंबित रहीं। रेजिडेंट डॉक्टरों ने इस दौरान जम कर नारेबाजी करते हुए घटना की जांच सीबीआई से कराकर न्याय दिलाने की मांग की।

भाषा किशोर सं आनन्द मनीषा नोमान

नोमान