UP News: कैंसर से जूझ रहे बेटे के लिए पिता ने उठाया बड़ा कदम, भारत और रूस सरकार से कर दी ऐसी डिमांड, सुनकर हर कोई हुआ हैरान

UP News: मनु श्रीवास्तव कैंसर से जूझ रहे अपने बेटे अंश की जिंदगी बचाने के लिए पिछले कई महीनों ने प्रयास कर रहे हैं।

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  • Publish Date - November 16, 2025 / 10:02 AM IST,
    Updated On - November 16, 2025 / 10:08 AM IST

UP News/Image Credit: ANI X Handle

HIGHLIGHTS
  • लखनऊ में रहने वाले मनु श्रीवास्तव का 21 वर्षीय बेटा चौथे चरण के कैंसर से पीड़ित है।
  • मनु श्रीवास्तव अपने बेटे अंश की जिंदगी बचाने के लिए पिछले कई महीनों ने प्रयास कर रहे हैं।
  • मनु श्रीवास्तव ने भारत और रूस सरकार को लिखा था पत्र।

UP News: लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहने वाले मनु श्रीवास्तव का 21 वर्षीय बेटा चौथे चरण के कैंसर से पीड़ित है। मनु श्रीवास्तव अपने बेटे अंश की जिंदगी बचाने के लिए पिछले कई महीनों ने प्रयास कर रहे हैं। वहीं मनु श्रीवास्तव ने रूस में विकसित की जा रही नई कैंसर वैक्सीन के ट्रायल में अपने बेटे को शामिल करने के लिए रूसी सरकार से गुहार लगाई, जिस पर रूस ने संवेदनशील रुख अपनाया है।

रूस की वैक्सीन भारत में नहीं है उपलब्ध

UP News: मनु श्रीवास्तव ने बताया कि, उन्हें पता चला कि रूस में एक कैंसर वैक्सीन विकसित की जा रही है जो इलाज में काफी प्रभावी साबित हो रही है। उन्होंने कहा, “मैंने उनसे अनुरोध किया, क्योंकि मेरे बेटे को यहाँ स्टेज-4 कैंसर है। उसका इलाज चल रहा है, लेकिन डॉक्टरों की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा था। निश्चितता नहीं थी कि आगे क्या होगा, तभी मुझे पता चला कि रूस में एक वैक्सीन विकसित की गई है जो कैंसर के इलाज में काफी प्रभावी साबित हो रही है। इसके बाद मैंने भारत सरकार और रूस सरकार को पत्र लिखे। इसके बाद जवाब मिला कि मेरा अनुरोध विचाराधीन है और रूस सरकार ने इसे आगे की प्रक्रिया के लिए अपने स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दिया है।”

भारत सरकार ने दिया मनु के पत्रों का जवाब

UP News: मनु श्रीवास्तव ने आगे बताया कि, “हमने भारत सरकार को भी पत्र लिखा, वहाँ से भी जवाब आया। भारत सरकार की तरफ से मिले जवाब में कहा गया कि, यह वैक्सीन फिलहाल केवल रूस में ही लागू की जा रही है। ट्रायल वहीं के स्थानीय लोगों पर हो रहे हैं। अभी किसी अन्य देश को ट्रायल की अनुमति नहीं दी गई है।”

मनु श्रीवास्तव ने पीएम मोदी समेत इन दिग्गजों को लिखा पत्र

UP News: मनु श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और रूस व दक्षिण कोरिया के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि उनके बेटे अंश को रूस में विकसित हो रहे कैंसर के टीके के परीक्षण में शामिल किया जाए। इस अपील के जवाब में, 27 अक्टूबर 2025 को रूसी संघ की सरकार से एक आधिकारिक पत्र प्राप्त हुआ है। मनु श्रीवास्तव अब उम्मीद लगाए बैठे हैं कि रूस सरकार उनके बेटे अंश को इस ट्रायल में शामिल करने की अनुमति दे दे, ताकि उसकी जिंदगी बचाई जा सके।

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मनु श्रीवास्तव ने अपने बेटे के इलाज के लिए रूस से मदद क्यों मांगी?

मनु श्रीवास्तव ने रूस से इसलिए मदद मांगी क्योंकि उनके बेटे अंश को स्टेज-4 कैंसर है और रूस में विकसित की जा रही नई वैक्सीन के बारे में उन्हें जानकारी मिली कि वह कैंसर के इलाज में प्रभावी साबित हो रही है।

क्या रूस ने मनु श्रीवास्तव के अनुरोध पर कोई प्रतिक्रिया दी है?

हाँ, रूस सरकार ने संवेदनशील रुख दिखाते हुए मनु के अनुरोध को अपने स्वास्थ्य मंत्रालय को आगे की प्रक्रिया के लिए भेज दिया है।

भारत सरकार ने मनु श्रीवास्तव को क्या जवाब दिया?

भारत सरकार ने बताया कि यह वैक्सीन फिलहाल केवल रूस में उपलब्ध है और उसके ट्रायल केवल रूस के स्थानीय लोगों पर ही किए जा रहे हैं। अभी अन्य देशों को इसकी अनुमति नहीं है।

मनु श्रीवास्तव ने किस-किस को पत्र लिखा था?

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, और रूस व दक्षिण कोरिया के उच्च अधिकारियों को पत्र भेजा था।

क्या मनु श्रीवास्तव के बेटे अंश को कैंसर वैक्सीन ट्रायल में शामिल किए जाने की संभावना है?

रूस की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया जरूर मिली है, लेकिन अंतिम निर्णय रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रक्रिया पर निर्भर करेगा। मनु को अब भी पूरी उम्मीद है कि उनके बेटे को ट्रायल की अनुमति मिल सकती है।