Flood in Varanasi: वाराणसी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा, वरुणा और गोमती नदी पर भी दिखा असर, विशेषज्ञों ने कही ये बात
Flood in Varanasi: उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नदियों में एक गंगा नदी के जलस्तर में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है।
Flood in Varanasi/Image Credit: IBC24 X Handle
- उत्तर प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है।
- लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर बढ़ते जा रहा है।
- गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है।
वाराणसी: Flood in Varanasi: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालत निर्मित हो गए हैं। उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नदियों में एक गंगा नदी के जलस्तर में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। फ़िलहाल गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। वाराणसी में सोमवार दोपहर दो बजे तक गंगा का जलस्तर 72.06 मीटर रहा, जो कि खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर है। प्रशासन की नजर गंगा के जलस्तर पर बनी हुई है, जो कि अभी भी 0.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
वरुणा और गोमती नदी में भी दिखा असर
Flood in Varanasi: गंगा के बढ़ते हुए जलस्तर का असर वरुणा और गोमती नदी पर भी देखने को मिल रहा है। वाराणसी के ग्रामीण इलाके भी पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में हैं. 1999 और 2013 के रिकॉर्ड को तोड़कर गंगा अब 1978 के 73.9 मीटर के रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रही हैं। वहीं केंद्रीय जल आयोग ने आने वाले 24 घंटो में गंगा का जलस्तर और बढ़ने के संकेत दिए हैं। इधर दूसरी तरफ गा बैराज से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो चार दिन में बनारस पहुंच जाएगा। गंगा का जलस्तर रात आठ बजे 72.11 मीटर पहुंच चुका था।
अब तक 4.84 मीटर बढ़ा गंगा का जलस्तर
Flood in Varanasi: मिली जानकारी के अनुसार, गंगा का जलस्तर सोमवार को पूरे दिन आधा सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ता रहा। जलस्तर बढ़ने का ये सिलसिला शाम 6 बजे तक जारी रहा। शाम को सात बजे से गंगा के जलस्तर में एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी शुरू हो गई। केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि, गंगा के जलस्तर में 28 जुलाई से बढ़ोतरी शुरू हुई और यह खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं। आठ दिनों में गंगा के जलस्तर में 4.84 मीटर की बढ़ोतरी हुई है।
गंगा बैराज से छोड़ा गया पानी
Flood in Varanasi: वहीं गंगा के लगातार बढ़ते जलस्तर के बीच सोमवार को गंगा बैराज कानपुर से पानी छोड़ा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका असर चार दिन में नजर आएगा। गंगा बैराज से छोड़े गए पानी के आने के बाद जलस्तर में बढ़ोतरी होने की आशंका जताई जा रही है। बलिया में गंगा खतरे के निशान 57.61 मीटर से ऊपर 59.61 मीटर पर, मिर्जापुर में गंगा खतरे के निशान 77.72 से ऊपर 78.37 मीटर पर और गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान 63.10 मीटर से ऊपर 64.35 मीटर पर बह रही हैं।
गंगा और यमुना नदी का बढ़ा जलस्तर,2 हजार से ज्यादा लोगों का किया गया रेस्क्यू#prayagrajflood #UttarPradesh pic.twitter.com/6kcsoEPLEF
— IBC24 News (@IBC24News) August 5, 2025

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