हाथरस भगदड़ मामले में न्यायिक समिति ने भोले बाबा को ‘क्लीन चिट’ दी: वकील का दावा

हाथरस भगदड़ मामले में न्यायिक समिति ने भोले बाबा को 'क्लीन चिट' दी: वकील का दावा

हाथरस भगदड़ मामले में न्यायिक समिति ने भोले बाबा को ‘क्लीन चिट’ दी: वकील का दावा
Modified Date: February 21, 2025 / 07:33 pm IST
Published Date: February 21, 2025 7:33 pm IST

हाथरस (उप्र), 21 फरवरी (भाषा) हाथरस भगदड़ मामले में आध्यात्मिक उपदेशक नारायण साकार हरि उर्फ ​​भोले बाबा को न्यायिक आयोग ने पिछले साल दो जुलाई को यहां एक कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत के मामले में क्लीन चिट दे दी है। उनके वकील ने यह दावा किया।

राज्य सरकार ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया था, जिसके अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बृजेश कुमार श्रीवास्तव जबकि सदस्य पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हेमंत राव और पूर्व भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी भावेश कुमार हैं।

सिकंदराराऊ के फुलराई गांव में हुई भगदड़ के बाद स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में भोले बाबा (असली नाम सूरजपाल) को आरोपी के तौर पर नामजद नहीं किया गया था। हालांकि, जांच के तहत सूरजपाल ने पिछले साल 10 अक्टूबर को लखनऊ में न्यायिक समिति के सामने गवाही दी थी।

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शुक्रवार को एक वीडियो बयान में सूरजपाल के वकील ए. पी. सिंह ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति ने भगदड़ मामले में सूरजपाल को क्लीन चिट दे दी है।

उन्होंने कहा, ‘यह धर्म और सत्य की जीत है। मैंने प्रत्यक्षदर्शियों के 1,100 हलफनामे पेश किए थे और न्यायिक समिति ने 500 गवाहों से पूछताछ की। मैं इस निष्पक्ष जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को धन्यवाद देता हूं।’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘कुछ साजिशकर्ताओं ने भोले बाबा और उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की योजना बनाई थी, लेकिन इस रिपोर्ट ने उनके एजेंडे को उजागर कर दिया है।’

दो जुलाई को हुई घटना में भोले बाबा के प्रवचन के बाद भगदड़ मच गई थी, जिसमें अधिकतर महिलाओं और बच्चों समेत 121 लोगों की मौत हो गई थी जबकि लगभग 150 अन्य घायल हो गए थे।

घटना के बाद, मुख्य कार्यक्रम आयोजक देव प्रकाश मधुकर समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

सरकार ने उप-संभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और स्थानीय थाना प्रभारी को भी निलंबित कर दिया।

पुलिस समेत सरकारी एजेंसियों ने कार्यक्रम में कुप्रबंधन के लिए आयोजकों को दोषी ठहराया था। कार्यक्रम में 80,000 लोगों के आने की अनुमति थी जबकि 2.50 लाख से अधिक लोग जुट गए थे।

हाथरस में संवाददाता सम्मेलन में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रकरण में संभावित साजिश का संकेत दिया था।

भाषा सं जफर जोहेब

जोहेब


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