विधानसभा बजट सत्र में निश्चित रूप से हिस्सा लूंगा : आजम खां |

विधानसभा बजट सत्र में निश्चित रूप से हिस्सा लूंगा : आजम खां

विधानसभा बजट सत्र में निश्चित रूप से हिस्सा लूंगा : आजम खां

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : May 22, 2022/6:29 pm IST

रामपुर (उत्तर प्रदेश), 22 मई (भाषा) भ्रष्टाचार समेत विभिन्न आरोपों में करीब ढाई साल तक जेल में बंद रहने के बाद हाल में जमानत पर रिहा हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक आजम खां ने रविवार को कहा कि वह सोमवार को शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के बजट सत्र में हिस्सा लेंगे।

शत्रु संपत्ति से जुड़े एक मुकदमे में जेल में बंद अपने करीबी साथी गुड्डू मसूद से मुलाकात करने रामपुर जिला कारागार गए खां ने वहां से लौटने के बाद संवाददाताओं से बातचीत की। इस दौरान स्वार सीट से सपा विधायक और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी मौजूद थे।

इस सवाल पर कि क्या वह सोमवार को शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के बजट सत्र में हिस्सा लेंगे, खां ने कहा ‘निश्चित रूप से मैं सत्र में हिस्सा लूंगा। मैं विधानसभा के लिए 11वीं बार चुना गया हूं।’

आजम समाजवादी पार्टी से नाराज बताए जाते हैं और उन्होंने रविवार को पार्टी विधानमंडल दल की लखनऊ में हुई बैठक में हिस्सा नहीं लिया। पार्टी के मुताबिक उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस बैठक में शिरकत नहीं की।

सपा से नाराजगी के सवाल पर आजम ने तंज भरी मुस्कान के साथ जवाब दिया, ‘मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मुझे तो नाराजगी की जानकारी आपसे (मीडिया) ही मिल रही है। मेरी किसी से नाराजगी की हैसियत नहीं है। नाराज होने के लिये कोई आधार चाहिये। मैं तो खुद ही निराधार हूं तो आधार कहां से आयेगा।”

उन्होंने कहा, ”मैं एक गरीब आदमी हूं जो एक ऐसी तंग गली में रहता है, जहां एक भी चार पहिया गाड़ी दाखिल नहीं हो सकती।”

पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आरोप लगाया कि उन्हें शिक्षा का आंदोलन शुरू करने की सजा दी गई है।

उन्होंने कहा ‘मुझे सजा दी गई क्योंकि मैंने बच्चों के हाथ में कलम देना चाहा था। तालीम का मिशन शुरू किया था और मैंने जो यूनिवर्सिटी (मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय) कायम की, अगर उसे ढहाया गया तो उसके खंडहर और मलबा मेरे मिशन का इतिहास बयान करेंगे। मैं उच्चतम न्यायालय का शुक्रगुजार हूं कि मुझे जमानत दी।’

गौरतलब है कि आजम खां भ्रष्टाचार समेत अनेक अन्य आरोपों में दर्ज 89 मुकदमों में पिछले 27 महीने से सीतापुर जेल में बंद थे। उच्चतम न्यायालय द्वारा अंतरिम जमानत दिये जाने के बाद वह गत शुक्रवार को जेल से रिहा हुए थे।

भाषा सं. सलीम

रंजन

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