अगर भाजपाई शराब को अच्छा समझते हैं, तो इसे अपने कार्यालय से बेचें : अखिलेश यादव

अगर भाजपाई शराब को अच्छा समझते हैं, तो इसे अपने कार्यालय से बेचें : अखिलेश यादव

अगर भाजपाई शराब को अच्छा समझते हैं, तो इसे अपने कार्यालय से बेचें : अखिलेश यादव
Modified Date: December 20, 2023 / 11:23 am IST
Published Date: December 20, 2023 11:23 am IST

लखनऊ, 20 दिसंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और क्रूज में शराब की बिक्री की अनुमति देने को लेकर बुधवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि शराब और अपराध के बीच गहरा संबंध है और उन्होंने भाजपा को सुझाव दिया कि अगर वे इसे अच्छा समझते हैं तो इसे अपने कार्यालयों से बेचें।

उन्होंने कहा कि भाजपाई इस तरह सार्वजनिक स्थलों को अराजकता और अपराध का केंद्र न बनाएं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने मंगलवार को 2024-25 के लिए अपनी आबकारी नीति को मंजूरी दे दी, जिसमें हवाई अड्डे, मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन से शराब की बिक्री के प्रावधान की अनुमति है।

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यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर अपनी एक पोस्ट में कहा, ‘‘उप्र भाजपा सरकार के पास एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए क्या यही एक रास्ता बचा है कि शराब रेलवे, मेट्रो स्टेशन व क्रूज पर बेची जाए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब ये हुआ कि लाखों-करोड़ों के निवेश के जो भी दावे किए गए थे, वो सब झूठे साबित हुए हैं, तभी तो सरकार ऐसे अनैतिक रास्तों को अपना रही है। आज शराब बिक कर रही है कल को दूसरे और भी मादक पदार्थ सार्वजनिक जगहों पर बेचे जाएंगे।’’

यादव ने कहा, ‘‘अगर भाजपाई समझते हैं कि शराबखोरी इतनी ही अच्छी है तो अपने कार्यालयों से बेचें, सार्वजनिक स्थलों को अराजकता और अपराध का केंद्र न बनाएं।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सरकार ऐसे फैसलों से घर-परिवार को बर्बाद न करे। महिलाएं और बच्चे जानते हैं कि शराब किस प्रकार घरेलू हिंसा से लेकर सार्वजनिक हिंसा का कारण बनती है और युवाओं के लिए घातक साबित होती है। इस फैसले के विरोध में उप्र की महिलाएं, परिवारवाले और युवा, भाजपा को सत्ता से हटाने का फैसला करेंगे।’’

सपा अध्यक्ष ने कहा कि शराब और अपराध का गहरा संबंध होता है। ये भाजपा राज में अपराध के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ के ‘जीरो’ हो जाने का एक और उदाहरण बनेगा।

भाषा जफर खारी

खारी


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