सरकार पहले चरण का ही चुनाव करा के देख ले, खुद समझ आ जायेगा : अखिलेश

सरकार पहले चरण का ही चुनाव करा के देख ले, खुद समझ आ जायेगा : अखिलेश

सरकार पहले चरण का ही चुनाव करा के देख ले,  खुद समझ आ जायेगा : अखिलेश
Modified Date: April 8, 2025 / 09:37 pm IST
Published Date: April 8, 2025 9:37 pm IST

जौनपुर (उप्र), आठ अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक राष्ट्र, एक चुनाव के क्रियान्वयन पर सवाल उठाते हुए चुनौती दी कि सरकार पहले ‘चरण’ का ही ‘चुनाव’ करा के देख ले, खुद समझ आ जायेगा।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को जौनपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘सरकार पहले चरण का ही चुनाव करा के देख ले, खुद समझ आ जाएगा।”

अखिलेश का यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान के ठीक एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि 2034 तक एक साथ चुनाव एक वास्तविकता बन सकती है। इसके साथ ही उन्होंने ‘जन जागरूकता’ अभियान की अपील भी की।

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योगी ने लखनऊ में एक समारोह में कहा था, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव पर व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। अगर आप आलोचकों से मिलें तो उन्हें बताएं कि यह हमारा देश है, एक राष्ट्र, एक चुनाव से प्रेरित राजनीतिक स्थिरता हमारे लिए फायदेमंद होगी।’

क़ानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरते हुए यादव ने कहा कि उप्र में कत्तई बर्दाश्त नहीं करने की बात करने वाले अपराध रोकने में पूरी तरह विफल हैं। आये दिन हत्या और बलात्कार हो रहे हैं, पूरे प्रदेश में अशांति का माहौल है।

सपा प्रमुख ने दावा किया ‘‘पुलिस ही अपराध कर रही है, पुलिस ही मुकदमा लिखा रही है और पुलिस ही ‘इनकाउंटर’ के नाम पर हत्या कर रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान प्रदेश सरकार विकास के हर मुद्दों पर विफल है। अपराध और अपराधी बेलगाम हैं। यादव ने कहा कि पत्रकार भी सही ख़बरें प्रकाशित कर दें तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।’’

सरकार की विफलता गिनाते हुए यादव ने कहा “महंगाई बेतहाशा बढ़ रही है। रसोई गैस, पेट्रोल की कीमत नित्य बढ़ रही है। रोजगार के मामले में पूरी तरह से विफल है। जनता ने भी इन्हें नकार दिया है।”

पूर्व मुख्यमंत्री से जब वक्फ बोर्ड के फैसले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जितने लोग इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट गये हैं हम उनके साथ हैं।

भाषा सं आनन्द रंजन

रंजन

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