CM Yogi Adityanath Statement: ‘कठमुल्ला’ शब्द पर जमकर सियासत.. विपक्ष ने की CM योगी की घेराबंदी, पूछा, ‘क्या मुंशी प्रेमचंद कठमुल्ला थे?’
न्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए आगे लिखा, "जो अपनी जुबान पर लगाम नहीं लगा सकते, उन्हें खुद ही स्कूल जाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल न करने के लिए एक विशेष कक्षा होनी चाहिए। उस स्पेशल क्लास के लिए एक विद्यार्थी तो मिल ही गया है, बाकी भाजपा के नेता अपने आप उसमें शामिल हो जाएंगे।"
CM Yogi Adityanath 'Kathmulla' Statement || Image- IBC24 News File
- 'कठमुल्ला' बयान पर बवाल: विपक्ष ने सीएम योगी पर साधा निशाना, जताई आपत्ति
- अखिलेश का पलटवार: योगी के बयान को बताया असंसदीय, विधानसभा में क्लास लगाने की सलाह
- बजट सत्र में विवाद: योगी आदित्यनाथ ने सपा पर लगाया कठमुल्लापन फैलाने का आरोप
CM Yogi Adityanath ‘Kathmulla’ Statement : लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने बयान को लेकर विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। सीएम योगी ने कल अपने भाषण में उर्दू का जिक्र करते हुए ‘कठमुल्ला’ शब्द का इस्तेमाल किया था। इस पर आज विपक्षी दलों ने गहरी आपत्ति जताई और सदन में उनके खिलाफ हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने मुख्यमंत्री की कड़ी आलोचना की।
विपक्ष ने क्या कहा?
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने आपत्ति जताते हुए सवाल किया, “मैं मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि क्या मुंशी प्रेमचंद, जिन्होंने उर्दू में उपन्यास लिखे, कठमुल्ला थे? क्या विश्वविद्यालयों में उर्दू पढ़ने वाले छात्र कठमुल्ला हैं? मैं इस शब्द पर कड़ी आपत्ति करता हूं।”
“मैं मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहूंगा कि क्या मुंशी प्रेमचंद उन्होंने उर्दू पर उपन्यास लिखे वह कठमुल्ला थे? क्या यूनिवर्सिटीज़ में जो विभाग खोला गया उसमें उर्दू पढ़ने वाले बच्चे कठमुल्ला है?। मैं इस शब्द पर आज आपत्ति करता हूं।”
– नेता प्रतिपक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय जी pic.twitter.com/q31sxMny0L
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 19, 2025
क्या कहा था सीएम योगी ने?
CM Yogi Adityanath ‘Kathmulla’ Statement : दरअसल, बजट सत्र के दौरान विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि “सपा देश को कठमुल्लापन की ओर ले जाना चाहती है, जो कतई स्वीकार्य नहीं होगा।” उन्होंने उत्तर प्रदेश की स्थानीय बोलियों—भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी—को विधानसभा की कार्यवाही में शामिल करने के फैसले का स्वागत किया। सीएम ने कहा कि इन बोलियों को हिंदी की उपभाषाएं मानते हुए सरकार इनके संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है।
अखिलेश यादव ने कहा ‘असंसदीय शब्द’
इस पूरे विवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर लिखा, “दूसरों पर भाषागत प्रहार कर समाज में भेद उत्पन्न करने वालों में यदि क्षमता हो, तो यूपी में ऐसे वर्ल्ड क्लास स्कूल विकसित करके दिखाएं कि लोग अपने बच्चों को पढ़ने के लिए बाहर न भेजें। लेकिन इसके लिए विश्व दृष्टिकोण विकसित करना होगा। जो आज तक आसपास के एक-दो देशों तक ही गए हों, उनका नजरिया इतना बड़ा कैसे हो सकता है कि वे इतना बड़ा काम कर पाएं?”
CM Yogi Adityanath ‘Kathmulla’ Statement : इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए आगे लिखा, “जो अपनी जुबान पर लगाम नहीं लगा सकते, उन्हें खुद ही स्कूल जाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल न करने के लिए एक विशेष कक्षा होनी चाहिए। उस स्पेशल क्लास के लिए एक विद्यार्थी तो मिल ही गया है, बाकी भाजपा के नेता अपने आप उसमें शामिल हो जाएंगे।”
दूसरों पर भाषागत प्रहार करके समाज में भेद उत्पन्न करनेवालों में यदि क्षमता हो तो यूपी में ऐसे वर्ल्ड क्लास स्कूल विकसित करके दिखाएं कि लोग बच्चों को पढ़ने के लिए बाहर न भेजें, लेकिन इसके लिए विश्व दृष्टिकोण विकसित करना होगा। जो आज तक आसपास के एक-दो देश ही गये हों, उनका नज़रिया… pic.twitter.com/6cvh5VJlK1
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 18, 2025

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