लोगों को किसी भी धर्म का पालन करने की आजादी लेकिन मानव धर्म को प्राथमिकता देनी चाहिए: होसबोले

लोगों को किसी भी धर्म का पालन करने की आजादी लेकिन मानव धर्म को प्राथमिकता देनी चाहिए: होसबोले

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  • Publish Date - December 16, 2025 / 09:13 PM IST,
    Updated On - December 16, 2025 / 09:13 PM IST

संत कबीर नगर (उप्र), 16 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने मंगलवार को कहा कि लोगों को किसी भी धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता है, लेकिन उन्हें ‘मानव धर्म’ को प्राथमिकता देनी चाहिए।

आरएसएस शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के दौरान खलीलाबाद कस्बे में एक जनसभा को संबोधित करते हुए होसबोले ने कहा, “भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ी है और देश को हर क्षेत्र में मजबूत करना नागरिकों का कर्तव्य है।”

उन्होंने कहा कि ‘भारत माता की जय’ का नारा देश के प्रति अपने कर्तव्य में जागरूकता का प्रतीक है।

उन्होंने कहा, ‘लोगों को किसी भी धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता है, लेकिन उन्हें मानव धर्म को प्राथमिकता देनी चाहिए।’

देश के विभाजन का जिक्र करते हुए होसबोले ने सवाल उठाया कि उसके बाद पाकिस्तान और कश्मीर में हिंदुओं के साथ क्या हुआ, यह तो सभी जानते हैं।

उन्होंने कहा कि हिंदू दर्शन सभी जीवित प्राणियों और प्रकृति के प्रति अहिंसा सिखाता है और बच्चों का नाम देवी-देवताओं के नाम पर रखने की भारत की अनूठी परंपरा पर प्रकाश डाला।

होसबोले ने जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ बोलते हुए इन्हें शर्मनाक प्रथाएं बताया और कहा कि सभी मनुष्य समान हैं।

उन्होंने समाज में एकता, आर्थिक मजबूती, स्वदेशी उत्पादों के उपयोग और बाहरी आक्रमणों का कड़ा जवाब देने की आवश्यकता पर बल दिया।

इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायकों सहित भाजपा के कई नेता उपस्थित थे।

भाषा सं आनन्द नोमान

नोमान