अमरावती, 16 दिसंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को कहा कि चित्तूर जिले के कुप्पम में स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेजों को डिजिटल करने की एक प्रायोगिक ‘संजीवनी परियोजना’ जल्द ही पूरे राज्य में लागू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक में रेखांकित किया कि यह परियोजना बिल गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से कार्यान्वित की जा रही है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक नायडू ने कहा, ‘‘बिल गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेजों को डिजिटल करने की प्रायोगिक परियोजना संजीवनी चित्तूर जिले के कुप्पम में शुरू की गई है और जल्द ही इसे पूरे राज्य में विस्तारित किया जाएगा।’’
मुख्यमंत्री के अनुसार, सभी लोगों के स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेजों का डिजिटलीकरण करने का कार्य एक साल में पूरा हो जाएगा।
इस बैठक में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा विशेषज्ञों की 10 सदस्यीय टीम ने भी हिस्सा लिया।
नायडू ने प्रौद्योगिकी के उपयोग से निवारक देखभाल के महत्व को रेखांकित करते हुए अधिकारियों को राज्य में उन 10 बीमारियों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया जिनका प्रकोप अधिक है।
मुख्यमंत्री ने विशेषज्ञ चिकित्सा दल से मुंबई में जल्द ही आयोजित होने वाले वैश्विक एआई सम्मेलन में उन्नत चिकित्सा और स्वास्थ्य प्रणालियों का प्रदर्शन करने को कहा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने जन स्वास्थ्य को बनाए रखने में पौष्टिक भोजन की आपूर्ति की भूमिका पर जोर दिया।
बिल गेट्स फाउंडेशन की भारत में निदेशक अर्चना व्यास ने कहा कि फाउंडेशन आंध्र प्रदेश सरकार के साथ मिलकर लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है।
भाषा तान्या धीरज
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