राजभर का आरोप : भाजपा नेताओं के इशारे पर उन पर किया गया हमला |

राजभर का आरोप : भाजपा नेताओं के इशारे पर उन पर किया गया हमला

राजभर का आरोप : भाजपा नेताओं के इशारे पर उन पर किया गया हमला

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : May 11, 2022/10:00 pm IST

बलिया (उप्र), 11 मई (भाषा) समाजवादी पार्टी के गठबंधन सहयोगी एसबीएसपी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने गाजीपुर में खुद पर हुए कथित हमले को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह हमला भाजपा नेताओं के इशारे पर किया गया था, जो पूर्वांचल में हाल के चुनावों में अपनी पार्टी के प्रदर्शन से नाराज हैं।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष राजभर ने मंगलवार को जिले के रसड़ा स्थित अपनी पार्टी के प्रधान कार्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान भाजपा पर तीखे हमले किये।

गौरतलब है कि राजभर ने एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में सोमवार सुबह एक मृत व्यक्ति के परिजन से मिलने गए थे तभी लाठी-डंडों से लैस होकर आए भाजपा के 10-12 समर्थकों ने उन पर हमला करने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि सुरक्षाकर्मियों की मदद से वह किसी तरह वहां से सुरक्षित निकल सके।

उन्होंने गाजीपुर जिले में स्वयं पर जान से मारने की नीयत से हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा,”पहले कहीं डकैती पड़ती थी तो डाकू जय भवानी बोलते थे। अब भाजपा के लोग हमला करते वक्त जय श्री राम का नारा लगाते हैं। मेरे ऊपर हमला करते समय भी हमलावरों ने जय श्री राम का नारा लगाया था, मेरे पास सबूत के रूप में घटना का वीडियो है।”

प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के सम्पन्न चुनाव में पूर्वांचल क्षेत्र के आजमगढ़ से लेकर अंबेडकर नगर, गाजीपुर आदि में भाजपा का सफाया हो गया है। इससे भाजपा के नेता व गुंडे बौखला गये हैं। इसी वजह से उन पर हमला किया गया है, ताकि वह भाजपा के खिलाफ अपनी मुहिम रोक दें।

उन्होंने ऐलान किया कि अगर इस घटना के दोषी लोगों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह गाजीपुर में धरना देंगे।

गाजीपुर की जहूराबाद सीट से विधायक राजभर ने दावा किया कि ग्रामीणों ने उन्हें बताया है कि पिछले दो माह से उनकी हत्या की साजिश रची जा रही थी।

राजभर ने भाजपा पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा वर्ष 2024 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए नफरत की राजनीति को एक बार फिर हवा दे रही है।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है तो भाजपा को ज्ञानवापी व ताजमहल दिखाई दे रहा है, सरकार हिंदू व मुसलमान तथा नफरत की राजनीति करने में ही मस्त है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान आम लोगों से जुड़ी समस्याओं पर नहीं है। भाजपा आम लोगों का ध्यान मूलभूत मुद्दों से भटकाने के लिए ज्ञानवापी व ताजमहल का मुद्दा उछाल रही है।

उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के मध्य रिश्तों में आई तल्खी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि अखिलेश यादव का निर्देश होगा तो वह उन दोनों (चाचा-भतीजा) के मध्य रिश्तों में आई तल्खी को दूर करने की कोशिश करेंगे, क्योंकि यह उनके घर का मामला है। उन्होंने कहा कि घर के मामले में बगैर अनुरोध के हस्तक्षेप करना उचित नहीं होगा।

भाषा सं जफर सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)