UP Rajya Sabha election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले सपा की अग्निपरीक्षा, राज्यसभा में एक सीट के लिए महाभारत |

UP Rajya Sabha election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले सपा की अग्निपरीक्षा, राज्यसभा में एक सीट के लिए महाभारत

UP Rajya Sabha election 2024: उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं, लेकिन अभी 4 सीट खाली हैं. विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 252 विधायक हैं. बीजेपी के सहयोगी अपना दल {सोनेलाल} के पास 13, RLD के पास 9 निषाद पार्टी के पास 6 और सुभासपा के पास 6 विधायक हैं.

Edited By :   Modified Date:  February 22, 2024 / 02:23 PM IST, Published Date : February 22, 2024/2:13 pm IST

राहुल सौमित्र

rajya sabha election 2024: अटल बिहारी बाजपेई की सरकार एक वोट से गिर गई, आधे वोट से अहमद पटेल राज्यसभा का चुनाव जीत गए, सीपी जोशी एक वोट से विधानसभा का चुनाव हारकर राजस्थान के सीएम की कुर्सी गवां दी…अगर आपकी रूचि रोमांचक मुकाबलों में होगी तो गाहे-बगाहे आप इन राजनीतिक घटनाओं का जिक्र लोगों से ज़रूर किया करते होंगे..लेकिन क्या आपको पता है इन दिनों लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राज्यसभा के चुनाव में भी कुछ ऐसी ही स्थिति बन गई है…यूपी में एक बड़ी कुटनीतिक लड़ाई लड़ी जा रही है..बीजेपी राज्यसभा के अपने आठवें प्रत्याशी को जिताने के लिए हर चाल चल रही है तो अखिलेश यादव अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए अपना सारा अनुभव झोंक दिया है। उत्तर प्रदेश में विधायकों की संख्याबल कम होते ही बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव में 8 वां उम्मीदवार उतार दिया। बीजेपी के इस कदम से यूपी में राज्यसभा का चुनाव कराने की नौबात आ गई। अन्यथा यहां भी एमपी और छत्तीसगढ़ की तरह निर्विरोध निर्वाचन होता लेकिन अब 27 फरवरी को यूपी की 10 सीटों के लिए मतदान कराए जाएंगे।

सबसे पहले यूपी में राज्यसभा की गणित आपको समझना चाहिए…

यूपी में राज्यसभा का समीकरण

10 सीटों के लिए होना है चुनाव, मैदान में 11 उम्मीदवार
BJP 7 और सपा 2 सीट आसानी से जीत जाएगी
आठवीं सीट जीतने के लिए बीजेपी के पास 10 वोट कम
तीसरी सीट जीतने के लिए सपा के पास 5 वोट कम
UP विधानसभा में अभी कुल 399 विधायक है
लखनऊ पूर्व, दुद्दी, ददरौल, गैसड़ी चार सीटें अभी रिक्त हैं
राज्यसभा की एक सीट के लिए 37 विधायक चाहिए

उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं, लेकिन अभी 4 सीट खाली हैं. विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 252 विधायक हैं. बीजेपी के सहयोगी अपना दल {सोनेलाल} के पास 13, RLD के पास 9 निषाद पार्टी के पास 6 और सुभासपा के पास 6 विधायक हैं..सत्ता पक्ष के बाद अब बात कर लेते है कि विपक्ष की..समाजवादी पार्टी विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है..सपा के पास अभी 108 विधायक हैं. वर्तमान सपा की एकमात्र सहयोगी कांग्रेस के पास सिर्फ 2 विधायक है..इसके अलावा राजा भैय्या की जनसत्ता दल के पास 2 और बहुजन समाज पार्टी के पास 1 विधायक हैं।

यूपी विधानसभा का अंकगणित

एनडीए

विपक्ष

अन्य

बीजेपी 252
अपना दल{एस} 13
रालोद 9
निषाद पार्टी 6
सुभासपा 6
सपा 108
कांग्रेस 2
जनसत्ता दल- 2
बसपा 1

37 विधायकों के हिसाब से सपा को अपने तीसरे उम्मीदवार को जीताने के लिए कुल 111 विधायक चाहिए..सपा के पास जो विधायक है उनमें से एक विधायक अभी जेल में बंद है..और सिराथू विधायक पल्लवी पटेल पहले ही साफ कर चुकी है कि वो मतदान नहीं करेंगी…अब इसके बाद सपा को तीसरी सीट जीतने के लिए कम से कम 5 और विधायकों को अपने पाले में लाना होगा…5 विधायकों को लाने में सपा हर दांव अजमा रही है…

राजा भैय्या से नरेश उत्तम पटेल की मुलाकात

विधानसभा चुनाव 2022 में अखिलेश यादव ने राजा भैय्या से दूरी बना ली थी…कई मंचों पर तो अखिलेश यादव ने यहां तक कह दिया कौन है राजा भैय्या? लेकिन कहते हैं न राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता…इसलिए सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल लोकसभा चुनाव के गठबंधन के बहाने जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजाभैया से मुलाकात की, जिसके मायने यह निकाले जा रहे हैं कि राज्यसभा चुनाव में जनसत्ता दल सपा का साथ दे, लेकिन आपको ध्यान होगा राजा भैय्या राज्यसभा के ही एक चुनाव में अपनी बात को कहकर मुकर गए थे…तो जनसत्ता दल सपा का साथ दे इसकी संभावना थोड़ी कम ही दिखाई देती है…

सुभासपा में सपा की सेंध

ओमप्रकाश राजभर भी ये बात कह चुके हैं कि विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कुछ जगहों पर कैंडिडेट तो अपने दिए और सिंबल सुभासपा का दिया…तो ऐसे हालत में अखिलेश यादव सुभासपा के तीन विधायकों को अपने पाले में ला सकते हैं…इनमें बस्ती विधायक दुधराम, मऊ विधायक अब्बास अंसारी और बलिया विधायक हंसूराम पर सपा की नज़र है..सपा को उम्मीद है कि ये तीनों क्रास वोटिंग कर सकते हैं।

बीजेपी को 10 विधायकों की ज़रूरत

बीजेपी और सहयोगी दलों को मिलाकर कुल संख्या हो रही है 286..जबकि 37 विधायकों के हिसाब से बीजेपी को अपने 8वें उम्मीदवार को जिताने के लिए 296 विधायकों की ज़रूरत है…बीजेपी की नज़र राजा भैय्या के दो, बसपा के एक विधायक पर है..इसके बाद भी बीजेपी को 7 विधायक और चाहिए और 7 विधायकों को अपने पाले में ला सकते हैं बीजेपी ने आठवें उम्मीदवार संजय सेठ। जो एक समय में मुलायम और अखिलेश दोनों के बेहद करीबी रहे हैं। बहरहाल लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव के लिए राज्यसभा का चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है..तो वहीं बीजेपी 8वां उम्मीदवार जिताकर लोकसभा चुनाव से पहले मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने की कोशिश करेगी।

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