सेवानिवृत्त अफसर अगले महीने निकलेंगे 405 किलोमीटर की पैदल ‘दांडी यात्रा’ पर
सेवानिवृत्त अफसर अगले महीने निकलेंगे 405 किलोमीटर की पैदल ‘दांडी यात्रा’ पर
लखनऊ, 28 दिसंबर (भाषा) देश के अलग-अलग हिस्सों से ताल्लुक रखने वाले सेना के 15 सेवानिवृत्त अफसरों और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक पूर्व अधिकारी समेत 16 लोग अगले महीने साबरमती आश्रम से ‘दांड़ी मार्च’ की शुरुआत करेंगे।
इस दल में शामिल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल पुरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अगले साल तीन जनवरी को साबरमती आश्रम से शुरु होने वाले दांडी मार्च में शिरकत कर रहे सभी 16 लोग 62 साल से ज्यादा की उम्र के हैं और वे देश के अलग-अलग हिस्सों से ताल्लुक रखते हैं। वे आत्म-चिंतन, फिटनेस और गांधीवादी मूल्यों से फिर से जुड़ने के उद्देश्य से महात्मा गांधी के ऐतिहासिक दांडी मार्च को फिर से शुरू करेंगे।
उन्होंने बताया कि अगले साल तीन से 17 जनवरी तक होने वाली इस यात्रा के तहत सभी प्रतिभागी साबरमती आश्रम से दांडी तक दांडी पथ पर 405 किलोमीटर पैदल चलेंगे। यह पदयात्रा उन गांवों और कस्बों से होकर गुजरेगी जिनसे महात्मा गांधी 1930 के नमक सत्याग्रह के दौरान गुजरे थे।
जनरल पुरी अब लखनऊ में सशस्त्र बल अधिकरण के सदस्य हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस मार्च का मकसद इतिहास को सिर्फ याद करने के बजाय उसे अनुभव करके सम्मान देने का है। एक और मुख्य मकसद युवा पीढ़ियों को यह दिखाकर प्रेरित करना भी है कि देशभक्ति, फिटनेस और प्रतिबद्धता 60 साल की उम्र में खत्म नहीं होती।’’
उन्होंने कहा कि दांडी मार्च ‘नैतिक साहस, अनुशासन और उद्देश्य की स्पष्टता’ का प्रतीक था।
उन्होंने बताया कि दांडी मार्च के लिये चिकित्सा और सुरक्षा के बंदोबस्त भी किये गये हैं। इसके लिये प्रतिभागियों ने कई महीनों तक तैयारी की है।
आयोजकों ने बताया कि रास्ते में स्कूल और कॉलेज के छात्रों, एनसीसी कैडेट्स, गांव के सरपंचों और पूर्व सैनिकों के साथ बातचीत करना भी यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
भाषा मनीष सलीम गोला
गोला

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