शिवाजी महाराज की बुद्धिमत्ता का प्रतीक ‘शिवचातुर्य दिवस’ आगरा में मनाया गया

शिवाजी महाराज की बुद्धिमत्ता का प्रतीक 'शिवचातुर्य दिवस' आगरा में मनाया गया

शिवाजी महाराज की बुद्धिमत्ता का प्रतीक ‘शिवचातुर्य दिवस’ आगरा में मनाया गया
Modified Date: August 17, 2025 / 06:09 pm IST
Published Date: August 17, 2025 6:09 pm IST

आगरा (उप्र), 17 अगस्त (भाषा) छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता और बुद्धिमत्ता का प्रतीक ‘शिवचातुर्य दिवस’ रविवार को आगरा में मनाया गया।

यह आयोजन 17 अगस्त 1666 को मुगल सम्राट औरंगजेब की कैद से शिवाजी महाराज के भागने की वर्षगांठ का प्रतीक है। आयोजकों ने बताया कि भागने के बाद, शिवाजी महाराज कई दिनों की यात्रा करके राजगढ़ पहुंचे थे।

शिवाजी महाराज की इसी चतुराई को लेकर शिवचातुर्य दिवस मनाया जाने लगा है। इस मौके पर एक साइकिल यात्रा भी शुरू की गई है जो उसी रास्तों से होकर गुजेरगी जिन मार्गों से होकर शिवाजी महाराज राजगढ़ पहुंचे थे। इस बार ये छठी यात्रा है।

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आयोजकों के मुताबिक, यह साइकिल यात्रा हर साल 17 अगस्त को आगरा से शुरू होकर राजगढ़ में समाप्त होती है।

इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को आना था, लेकिन उनकी जगह पर महाराष्ट्र सरकार के संस्कृति मंत्री आशीष शैलार शामिल हुए।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय भी शामिल थे।

उपाध्याय ने कहा, “शिवाजी का चतुराई से निकल जाना उस वक्त की सबसे बड़ी ताकत के मुंह पर तमाचा था। शिवाजी महाराज हमारे प्रेरणास्रोत हैं।”

महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री आशीष शैलार ने कहा, “ ये यात्रा करीब 13 सौ किलोमीटर लंबी है। गौरवशाली इतिहास के पन्नों को उजागर करने और अगली पीढ़ी तक संदेश ले जाने लिए ये कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है।”

भाषा सं आनन्द नोमान

नोमान


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