सपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाया महाकुंभ के खराब प्रबंधन का आरोप

सपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाया महाकुंभ के खराब प्रबंधन का आरोप

सपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाया महाकुंभ के खराब प्रबंधन का आरोप
Modified Date: February 19, 2025 / 06:58 pm IST
Published Date: February 19, 2025 6:58 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

लखनऊ (उप्र), 19 फरवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर प्रयागराज में महाकुंभ के खराब प्रबंधन का आरोप लगाया।

यादव ने संवाददाताओं से बातचीत में महाकुंभ के दौरान भगदड़, यातायात जाम और पानी की खराब गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘महाकुंभ के खिलाफ कोई नहीं है, लेकिन सरकार ने लोगों को आमंत्रित किया और दावा किया कि उसने 100 करोड़ लोगों के लिए आयोजन की व्यवस्था की है। अगर ऐसा है तो सवाल यह है कि भगदड़ कैसे हुई? यातायात जाम कैसे हुआ? लोग घंटों तक वाहनों में फंसे रहे। सड़क हादसों में श्रद्धालुओं की मौत हो गई। यह आयोजन के खराब प्रबंधन को दिखाता है।’’

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यादव ने संगम में पानी की गुणवत्ता के बारे में भी चिंता जताई और कहा, ‘‘सरकार श्रद्धालुओं की मदद क्यों नहीं करती? और उन्होंने पानी की वास्तविक स्थिति क्यों छिपाई? पानी की गुणवत्ता के मापदंड क्या हैं?’’

उन्होंने संगम के पानी में मानव मल के जीवाणु पाये जाने की खबरों की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘ये बैक्टीरिया कहां से आते हैं? शायद मुख्यमंत्री को भी नहीं पता है। अगर उन्हें पता होता तो वह खुद उस पानी में स्नान नहीं करते।’’

यादव ने कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि सरकार उन श्रद्धालुओं के परिवारों को सहायता प्रदान करे जिन्होंने अपनी जान गंवाई है और संगम में डुबकी लगाने के बाद बीमार हुए लोगों के लिए चिकित्सा उपचार की व्यवस्था करे।’’

सपा प्रमुख ने यह भी दावा किया कि संगम में स्नान करने के बाद कई कल्पवासी (कुंभ के दौरान लंबे समय तक रहने वाले श्रद्धालु) बीमार पड़ गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी खबरें आ रही हैं कि बड़ी संख्या में कल्पवासी बीमार पड़ गए हैं। उन्हें जो बीमारी हो रही है, वह नदी में डुबकी लगाने के बाद हुई है। मेरा सुझाव है कि सरकार इस मामले की गहन जांच करे।’’

यादव ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा इस आयोजन को लेकर बरती गई लापरवाही मौजूदा महाकुंभ तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने कहा,‘‘पिछले अर्धकुंभ में आयोजन की व्यवस्थाओं को लेकर घोटाला हुआ था। इस बार जब जांच की जाएगी, तो पता चलेगा कि स्वच्छता सुविधाएं, खासकर शौचालय के विषय मुद्दों की सूची में सबसे ऊपर होंगे।’’

भाषा सं सलीम

राजकुमार

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