हमीरपुर, चार नवंबर (भाषा) प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए फार्मेसी के सैकड़ों छात्रों ने हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय (एचआईएमटीयू) के बाहर मंगलवार को धरना दिया और परीक्षा में बैठने के लिए एक वर्ष की छूट की मांग की।
छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मांगें जल्द पूरी नहीं किए जाने की स्थिति में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
प्रदर्शनकारियों में से एक नितेश कुमार ने कहा कि जिन छात्रों की पिछले सेमेस्टर की परीक्षाएं लंबित हैं, उन्हें मौजूदा प्रणाली के तहत पूरे वर्ष का इंतजार करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम बस परीक्षा में बैठने का उचित अवसर चाहते हैं और एक बैकलॉग के कारण पूरा साल बर्बाद करना अनुचित है।’’
इस बीच, एचआईएमटीयू के डीन राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बी. फार्मेसी पाठ्यक्रम की परीक्षाएं फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) द्वारा निर्धारित मानदंडों का सख्ती से पालन करती हैं।
उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार, जो छात्र अपना पहला सेमेस्टर पास नहीं कर पाते, वे अगले सेमेस्टर में बैठने के पात्र नहीं होते।
डीन ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय ने पहले ही पीसीआई को स्थिति के बारे में सूचित कर दिया है और छात्रों को एक वर्ष की छूट देने का अनुरोध किया है, जैसा कि पहले बैच के छात्रों को दिया गया था।’’
भाषा यासिर दिलीप
दिलीप