लखनऊ, 11 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के 2.96 लाख दिव्यांग बच्चों में आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उन्हें यूनिसेफ के सहयोग से खास तरीके से विकसित की गई ‘सुगम्य वर्कशीट’ उपलब्ध करा रही है।
राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बुधवार को एक बयान में कहा, “सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा पीछे न छूटे। चाहे उसकी सामाजिक, आर्थिक या शारीरिक परिस्थितियां कुछ भी हों। सरकार ‘सुगम्य वर्कशीट’ के साथ दिव्यांग बच्चों के लिए समान शैक्षिक अवसर सुनिश्चित कर रही है।”
उन्होंने कहा कि यह शिक्षा में न केवल एक नयी पहल है, बल्कि यह एक समावेशी व सहानुभूतिपूर्ण समाज के निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।
सिंह ने बताया कि कक्षा एक से आठ तक के छात्रों के लिए हिंदी और गणित पर आधारित वर्कशीट में 1,300 वर्कशीट कक्षा एक से पांच तक के लिए और 600 वर्कशीट कक्षा छह से आठ तक के लिए विकसित की गई हैं।
उन्होंने बताया कि पूर्ण दृष्टिबाधित बच्चों को छोड़कर सभी श्रेणियों के दिव्यांग बच्चों के लिए तैयार की गई वर्कशीट में सीखने को सुलभ और मजेदार बनाने के मकसद से सरल भाषा, जीवंत दृश्य और आकर्षक प्रारूप का इस्तेमाल किया गया है। वर्कशीट की छपाई पूरी हो चुकी है और सभी जिलों में उनका वितरण सुनिश्चित किया गया है।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि विकास खण्ड और स्कूल स्तर पर अब वर्कशीट वितरित की जा रही हैं, उन्हें चरणबद्ध तरीके से एक बार में एक सेट के हिसाब से वितरित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं द्वारा एक सेट पूरा करने और शिक्षकों द्वारा उसका मूल्यांकन करने के बाद ही अगला सेट दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक सेट से पहले संदर्भ का परिचय देने के लिए छात्रों के साथ एक संक्षिप्त चर्चा या गतिविधि अनिवार्य रूप से आयोजित की जाएगी। मूल्यांकन के बाद विद्यार्थियों को आगे के अभ्यास के लिए वर्कशीट घर ले जाने की अनुमति दी जाएगी।
मंत्री ने बताया कि विशेष शिक्षक वर्कशीट की उपलब्धता सुनिश्चित करने और छात्रों के सामने आने वाली कठिनाइयों को हल करने में मदद करने के लिए स्कूलों का दौरा करेंगे। उनकी मासिक रिपोर्ट की समीक्षा जिला समन्वयकों द्वारा की जाएगी। भाषा सलीम जोहेब
जोहेब
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