जौनपुर (उप्र), 26 नवंबर (भाषा) गोंडा जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की ड्यूटी पर तैनात एक सरकारी स्कूल के शिक्षक द्वारा आत्महत्या किए जाने के एक दिन बाद बुधवार को उनका अंतिम संस्कार जौनपुर स्थित पैतृक गांव में किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के कई नेता मौजूद थे।
सराय ख्वाजा थाने के मल्हनी गांव निवासी 35 वर्षीय शिक्षक विपिन यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार देर रात घर लाया गया। परिवार ने अधिकारियों पर लगातार परेशान करने का आरोप लगाते हुए अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के समझाने पर बुधवार दोपहर अंत्येष्टि की गई।
पुलिस के अनुसार, गोंडा में बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) की ड्यूटी पर लगाए गए विपिन ने मंगलवार सुबह कथित रूप से जहर खा लिया था। उन्हें पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और बाद में लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अस्पताल में भर्ती विपिन को यह आरोप लगाते देखा जा सकता है कि उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और खंड विकास अधिकारी उन पर ‘‘पिछड़ी जातियों के वोट काटने’’ का दबाव बना रहे थे।
बुधवार सुबह कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय मल्हनी पहुंचे और शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की। उन्होंने राज्य सरकार और निर्वाचन आयोग पर बीएलओ पर ‘‘दबाव’’ डालने का आरोप लगाया।
राय ने कहा, ‘‘ऐसे दबाव के कारण बीएलओ आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं, यह बेहद शर्मनाक है।’’
उन्होंने निष्पक्ष जांच और नामजद अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राकेश मौर्य, पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव ‘ललई’ सहित कई सपा नेताओं ने भी परिवार से मुलाकात कर घटना की उच्च स्तरीय जांच, आश्रितों को मुआवजा और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की।
विपिन के साले प्रतीक यादव ने दावा किया कि विपिन बीएलओ ड्यूटी के कामकाज के अत्यधिक बोझ और दबाव के कारण कई दिनों से तनाव में थे।
पुलिस ने बताया कि मृतक की पत्नी ने लिखित शिकायत दी है।
भाषा सं. सलीम खारी
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