World Environment Day: कोरोना काल में आप ऐसे मनाएं विश्व पर्यावरण दिवस, घर पर रहकर लें ये संकल्प

World Environment Day: कोरोना काल में आप ऐसे मनाएं विश्व पर्यावरण दिवस, घर पर रहकर लें ये संकल्प

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  • Publish Date - June 5, 2020 / 05:03 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:04 PM IST

रायपुर। हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को बचाना है। वहीं इस साल 2020 में ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ का मुख्य विषय ‘जैव-विविधता’ है। जैव-विविधता का अर्थ पृथ्वी पर पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं से जोड़ा जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि कोरोना काल में आप कैसे पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं।

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उल्लेखनीय है कि कोरोना-वायरस के फैलाव को रोकने के लिए विश्व के अधिकतर देशों ने तालाबंदी करने का फैसला लिया है। तालाबंदी के चलते लोगों को घर पर ही रहने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही वाहन और कारखानों पर भी रोक लगाई गई है। इन नियमों के कारण विश्व के अनेक देशों में प्रदूषण स्तर की निरंतर कमी देखी जा रही है।

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वहीं इस बार लोग अपने घरों में ही रहकर पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेना होगा। वैसे घर में रहकर भी पर्यावरण दिवस मनाया जा सकता है। जैसे यदि आप पर्यावरण को बचाना चाहते हैं तो अपने घर में पेड़ पौधे लगाएं। रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजें ऐसी इस्तेमाल करें जो रीसायकल हो सकें।

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पॉलिथीन का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। उसकी जगह कपड़े की थैली का इस्तेमाल करें। बिजली का उपयोग कम से कम करें। फ्रिज और AC जैसे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले साधनों का इस्तेमाल कम से कम करें। कचरा खुले में न फेंके पानी बचाएं। इधर-उधर ना थूकें। अपने साथ-साथ दूसरों की भी सेहत का ख्याल रखें। पशु-पक्षियों का ख्याल रखें। इन्हीं बहुत छोटी बातों का पालन करेंगे तो पर्यावरण स्वस्थ रहेगा और हमारी आने वाली पीढ़ी भी स्वस्थ रहेंगी।

विश्व पर्यावरण की शुरुआत

पर्यावरण प्रदूषण की समस्या पर सन 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से वैश्विक स्तरपर पर्यावरण की चिंता करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की नींव रखी गई। इसकी शुरुआत स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई। यहां दुनिया में पहली बार पर्यावरण सम्मेलन आयोजित हुआ जिसमें इसमें 119 देशों ने हिस्सेदारी ली। यहीं पर पहली बार एक ही पृथ्वी का सिद्धांत दिया गया।

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इसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की नींव रखी गई। यहीं से हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने का संकल्प लिया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के अंतर्गत दुनियाभर के नागरिकों को पर्यावरण प्रदूषण की चिंताओं से अवगत कराने और प्रकृति और पर्यावरण को लेकर जागरूक करने उद्देश्य सामने रखे गए।

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