गाजा में इजराइली हमले में 20 लोगों की मौत

गाजा में इजराइली हमले में 20 लोगों की मौत

गाजा में इजराइली हमले में 20 लोगों की मौत
Modified Date: May 16, 2025 / 01:02 pm IST
Published Date: May 16, 2025 1:02 pm IST

दीर अल-बलाह (गाजा), 16 मई (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पश्चिम एशिया दौरे के समापन के बीच शुक्रवार की सुबह इजराइल द्वारा किए गए हमलों में गाजा में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई।

एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार ने उत्तरी गाजा के इंडोनेशियाई अस्पताल में शवों की गिनती की। वहां शवों को लाया गया था। इजराइली हमले में जिंदा बचे लोगों ने बताया कि कई लोग अभी भी मलबे के नीचे हैं।

यह हमले ऐसे समय में हुए हैं जब ट्रंप खाड़ी देशों के दौरे का समापन पर रहे हैं, हालांकि उन्होंने इजराइल का दौरा नहीं किया।

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लोगों को उम्मीद थी कि उनके दौरे से युद्धविराम या मानवीय सहायता के रास्ते खुल सकते हैं। गाजा में इजराइल की नाकेबंदी का अब तीसरा महीना है।

इजराइल की सेना ने इन हमलों पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते कुछ दिनों से जारी हमलों में 130 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही कह चुके हैं कि हमास को खत्म करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए वे गाजा में हमलों को और तेज करेंगे।

मंगलवार को जारी बयान में नेतन्याहू ने कहा था कि उनकी सेनाएं कुछ ही दिनों में पूरे बल के साथ गाजा में प्रवेश करेंगी और ‘‘मिशन पूरा करेंगी जिसका मतलब है हमास का विनाश।”

यह स्पष्ट नहीं है कि शुक्रवार के हमले इसी अभियान की शुरुआत हैं या नहीं।

इजराइल और गाजा के बीच यह युद्ध सात अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास के नेतृत्व में आतंकवादियों ने दक्षिणी इजराइल में घुसपैठ कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी। इसके जवाब में इजराइल ने व्यापक सैन्य कार्रवाई की, जिसमें गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक 53,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इनमें से लगभग 3,000 की मौत 18 मार्च को युद्धविराम टूटने के बाद हुई है।

हमास ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले के दौरान बंधक बनाए गए लगभग 250 लोगों में से 58 लोगों को अभी भी बंधक बना रखा है। इनमें से 23 के अब भी जीवित होने का अनुमान है। हालांकि इजराइली अधिकारियों ने उनमें से तीन की स्थिति के बारे में संदेह व्यक्त किया है।

एपी राखी मनीषा

मनीषा


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