एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में कोविड टीके के ‘बहुत दुर्लभ’ दुष्प्रभाव को स्वीकार किया |

एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में कोविड टीके के ‘बहुत दुर्लभ’ दुष्प्रभाव को स्वीकार किया

एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में कोविड टीके के ‘बहुत दुर्लभ’ दुष्प्रभाव को स्वीकार किया

:   Modified Date:  April 30, 2024 / 05:03 PM IST, Published Date : April 30, 2024/5:03 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 30 अप्रैल (भाषा) ब्रिटेन स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि इसका कोविड टीका रक्त के थक्के जमाने संबंधी दुष्प्रभाव उत्पन्न कर सकता है, लेकिन इनके बीच कोई संबंध होने की जानकारी नहीं है। ब्रिटेन के एक अखबार ने अदालती दस्तावेज के हवाले से यह दावा किया है।

‘द डेली टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार, 51 वादियों द्वारा एक सामूहिक कार्रवाई के अनुरोध पर फरवरी में लंदन स्थित उच्च न्यायालय में एक कानूनी दस्तावेज सौंपा गया था। एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया था कि कोविड-19 से बचाव के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा ईजाद किया गया टीका ‘‘बहुत दुर्लभ मामलों में’’ रक्त के थक्के जमा सकता है और प्लेटलेट की संख्या को घटा सकता है।

एस्ट्राजेनेका वैक्सजेव्रिया टीके का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भी किया था और इस टीके को भारत में ‘कोविशील्ड’ नाम से जाना जाता है।

अखबार ने कानूनी दस्तावेज के हवाले से कहा है, ‘‘यह स्वीकार किया गया है कि एस्ट्राजेनेका टीका, बहुत दुर्लभ मामलों में रक्त के थक्के जमा सकता है और प्लेटलेट की संख्या को घटा सकता है। लेकिन इसका कारण अज्ञात है। साथ ही, यह दुष्प्रभाव एस्ट्राजेनेका टीका (या कोई अन्य टीका) नहीं लगाने की स्थिति में भी देखने को मिल सकता है…।’’

वाद दायर करने वालों की ओर से पेश हुए वकीलों ने कहा कि वे या उनके प्रियजन, जिन्होंने एस्ट्राजेनका टीका लगवाया है, उनमें एक दुर्लभ लक्षण पाया गया है जिसे रक्त का थक्का जमना और प्लेटलेट की कमी (टीटीएस) के रूप में परिभाषित किया गया है।

टीटीएस के परिणाम संभवत: जानलेवा हैं जिनमें दिल का दौरा पड़ना, मस्तिष्क को नुकसान पहुंचना, फेफड़े में रक्त प्रवाह बाधित होना आदि शामिल हैं।

टीके के दुष्प्रभाव को लेकर एस्ट्राजेनेका यूके लिमिटेड के खिलाफ ब्रिटेन के उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1987 की धारा 2 के तहत क्षतिपूर्ति के लिए अदालत में वादियों का प्रतिनिधित्व लॉ फर्म ली डे कर रही है। 51 वादियों में शामिल 12 ने अपने प्रियजनों को खो दिया है।

लॉ फर्म में साझेदार सारा मूर ने कहा, ‘‘सभी वादियों के पास मृत्यु प्रमाण पत्र या मेडिकल साक्ष्य हैं जो इसकी पुष्टि करते हैं कि टीके के कारण मौतें हुईं या शरीर को नुकसान पहुंचा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एस्ट्राजेनेका को यह स्वीकार करने में एक साल लग गया कि उसके टीके ने यह नुकसान पहुंचाया, जबकि 2021 के अंत से क्लिनिकल समुदाय में यह तथ्य व्यापक रूप से स्वीकार कर लिया गया था। इस संदर्भ में, अफसोस की बात है कि एस्ट्राजेनेका, सरकार और उनके वकील लोगों के जीवन पर टीके के पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभाव को गंभीरता से लेने के बजाय रणनीतिक खेल खेलने और कानूनी फीस बढ़ाने के लिए कहीं अधिक उत्सुक हैं।’’

वादियों का कहना है कि एस्ट्राजेनेका टीका सुरक्षा मानदंडों पर खरा उतरने में नाकाम रहा जबकि लोग इसके सुरक्षित होने की उम्मीद करते हैं।

हालांकि, एस्ट्राजेनेका ने इन दावों से सख्त इनकार किया है।

एस्ट्राजेनेका ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारी सहानुभूति उन लोगों के प्रति है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है या स्वास्थ्य समस्याओं की सूचना दी है। रोगी की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और नियामक अधिकारियों के पास टीकों सहित सभी दवाओं के सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट और कड़े मानक हैं।’’

ब्रिटिश-स्वीडिश बहुराष्ट्रीय कंपनी एस्ट्राजेनेका का कहना है कि टीके से संबंधित उत्पाद जानकारी अप्रैल 2021 में ब्रिटेन के नियामक की मंजूरी के साथ अद्यतन की गई थी, जिसमें ‘‘इस संभावना को शामिल किया गया था कि एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड टीका बहुत ही दुर्लभ मामलों में टीटीएस का कारण बन सकता है’’, जो यह संकेत देता है कि इस पहलू के बारे में अदालती दस्तावेज में दिया गया संदर्भ कोई नयी चीज नहीं है।

ब्रिटिश भारतीय हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ असीम मल्होत्रा ने कहा, ‘‘यह बहुत ही चिंता की बात है कि अब केवल एस्ट्राजेनेका ही अपने कोविड टीके से गंभीर नुकसान को स्वीकार कर रहा है। निश्चित रूप से, वे इसे शुरू से ही जानते होंगे और इसलिए इस बारे में गंभीर सवाल रहे होंगे कि क्या इसे सबसे पहले मानव को दिया जाना चाहिए था।’’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने टीके को प्रतिकूल प्रभाव के साथ ‘‘18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी व्यक्तियों के लिए सुरक्षित और प्रभावकारी’’ बताया था।

इस बीच, एसआईआई से प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए संपर्क किया गया है।

भाषा सुभाष पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)