बाइडन ने जलवायु परिवर्तन पर डिजिटल शिखर सम्मेलन के लिए मोदी समेत विश्व के 40 नेताओं को किया आमंत्रित

बाइडन ने जलवायु परिवर्तन पर डिजिटल शिखर सम्मेलन के लिए मोदी समेत विश्व के 40 नेताओं को किया आमंत्रित

बाइडन ने जलवायु परिवर्तन पर डिजिटल शिखर सम्मेलन के लिए मोदी समेत विश्व के 40 नेताओं को किया आमंत्रित
Modified Date: November 29, 2022 / 07:57 pm IST
Published Date: March 27, 2021 11:25 am IST

(ललित के झा)

वाशिंगटन, 27 मार्च (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के 40 नेताओं को जलवायु परिवर्तन से निपटने को लेकर वार्ता के मकसद से आयोजित होने वाले ‘नेताओं के शिखर सम्मेलन’ के लिए आमंत्रित किया है।

इस शिखर सम्मेलन का मकसद जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने के आर्थिक लाभ एवं महत्व को रेखांकित करना है।

 ⁠

बाइडन पृथ्वी दिवस पर 22 अप्रैल से विश्व के नेताओं के दो दिवसीय जलवायु शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे, जिसमें वह 2030 तक कार्बन उत्सर्जन कम करने के अमेरिकी लक्ष्य की रूपरेखा पेश करेंगे, जिसे ऐतिहासिक पेरिस समझौते के तहत राष्ट्रीय निर्धारित योगदान के रूप में जाना जाता हे।

व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा, ‘‘यह ग्लासगो में इस साल नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) के मार्ग में एक मील का पत्थर होगा।’’

उसने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन समेत 40 नेताओं को शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसका सीधा प्रसारण किया जाएगा।

इन नेताओं के अलावा दक्षिण एशिया से बंग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और भूटान के प्रधानमंत्री  लोते शेरिंग को भी सम्मेलन मे शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।

व्हाइट हाउस ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन और सीओपी26 का मुख्य लक्ष्य वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने के प्रयासों को गति देना है।

उसने कहा कि इस सम्मेलन में इन उदाहरणों को भी रेखांकित किया जाएगा कि जलवायु महत्वाकांक्षा से अच्छे वेतन वाली नौकरियां कैसे पैदा होती हैं, नवोन्मेषी तकनीक विकसित करने में कैसे मदद मिलती है और कमजोर देशों को जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के अनुसार ढलने में कैसे सहायता मिलती है।

व्हाइट हाउस ने कहा कि शिखर सम्मेलन के आयोजन से पहले अमेरिका पेरिस समझौते के तहत अपने नए राष्ट्रीय निर्धारित योगदान के रूप में महत्वाकांक्षी 2030 उत्सर्जन लक्ष्य की घोषणा करेगा।

इस सम्मेलन में वे 17 देश भाग लेंगे, जो वैश्विक स्तर पर 80 प्रतिशत उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार हैं और वैश्विक जीडीपी में उनकी 80 प्रतिशत भूमिका है।

भाषा सिम्मी पवनेश

पवनेश


लेखक के बारे में