जोहानिसबर्ग, 13 अक्टूबर (भाषा) दक्षिण अफ्रीका के क्वाजुलू-नटाल प्रांत में जुलाई में हिंसा और लूटपाट की घटना के बाद देश में आव्रजन सलाहकारों के पास दक्षिण अफ्रीकी भारतीयों से पूछताछ के मामले तेजी से बढ़ गये हैं।
दक्षिण अफ्रीका में रहने वाले भारतीय मूल के करीब 14 लाख लोगों में से करीब एक तिहाई इस प्रांत में रहते हैं। इनमें अधिकतर उन लोगों के वंशज है जो 1860 में श्रमिकों और कारोबारियों के रूप में यहां आये थे।
आव्रजन कंपनी बीवर कनाडियन इमिग्रेशन कन्सल्टेंट्स के निकोलस अवरामिस ने एक वेबसाइट को बताया कि जुलाई महीने तक उसके ग्राहकों में करीब 10 प्रतिशत भारतीय मूल के लोग थे जो संख्या हाल में चार गुना होकर 40 प्रतिशत तक पहुंच गयी है।
उन्होंने कहा कि महिला मुखिया वाले परिवारों के लोग आव्रजन के बारे में जानने में अधिक रुचि ले रहे हैं जो नकदी या कारोबारों को स्थानांतरित करना चाहते हैं।
अन्य सलाहकारों ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में आव्रजन में भी लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है।
न्यू वर्ल्ड इमिग्रेशन के प्रबंध निदेशक रॉबी रैगलेस ने वेबसाइट से कहा, ‘‘हमारा मानना है कि देश से बाहर जाने में रुचि रखने वालों की संख्या काफी ज्यादा है।’’
भाषा वैभव उमा
उमा
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तुर्किये में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया
10 hours agoरूस ने यूक्रेन के पांच गुब्बारों को गिराने का दावा…
11 hours ago