china change 5 lunar lander confirms water on moon

अब रोज कर सकेंगे चांद का दीदार, बना सकेंगे सपनों का आशियाना!, Moon पर मिल गया है पानी

china change 5 lunar lander : जी हां अब आप रोज चांद का दीदार कर सकेंगें। वहीं पर अपने सपनों का आशियाना भी बना सकेंगे।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : June 16, 2022/12:13 pm IST

china change 5 lunar lander जी हां अब आप रोज चांद का दीदार कर सकेंगें। वहीं पर अपने सपनों का आशियाना भी बना सकेंगे। क्योंकि चांद पर पानी मिल गया है। हालांकि धरती की तरह वहां के पानी में बहाव नहीं है। यह अंधेरे वाले हिस्से में मौजूद क्रेटर्स यानी गड्ढों में जमी बर्फ में मौजूद है। इसके अलावा हाइड्रेटेड पत्थरों में। इस बात की पुष्टि भारत के चंद्रयान-1 और अमेरिका के LRO ने पहले भी कर चुके हैं, लेकिन अब चीन के लूनर लैंडर चांगई-5 ने भी पानी खोज निकाला है। साथ ही उसके स्रोत का भी पता लगाया है। ज्यादातर पानी चांद के अंदर मौजूद है।

Read More : एक और चमत्कार, कैंसर के बाद अब वैज्ञानिकों ने खोजा HIV की वैक्सीन, एक डोज से ही खत्म होगी बीमारी

चांगई-5 से मिले डेटा के मुताबिक चांद पर पानी हाइड्रोक्सिल ग्रुप के रूप मे हैं। यानी हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के एटम आपस में फंसे हुए हैं। पानी के लिए यह सबसे सामान्य रसायनिक प्रक्रिया है। चीन के वैज्ञानिकों को पानी की बूंदें तो नहीं मिली लेकिन पत्थरों में रसायनिक मिश्रण मिला है। चांगई-5 लूनर लैंडर इस समय चांद के ओशिएनस प्रोसेलारम यानी तूफानों के सागर में मौजूद है।

चीन ने अपनी खोज की रिपोर्ट नेचर कम्युनिकेशन जर्नल में प्रकाशित की है। चीन का लूनर लैंडर चांगई-5 पहली ऐसी प्रयोगशाला है, जिसने चांद पर रहते हुए वहां पानी की खोज की है। चंद्रयान-1 या LRO ने चांद के चारों तरफ चक्कर लगाते हुए पानी खोजा था। जबकि, चांगई-5 लूनर लैंडर चांद के उस इलाके में है, जहां पर आजतक कोई और लैंडर या रोवर नहीं गया। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेस के नेशनल एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जरवेशन के साइंटिस्ट और इस रिपोर्ट के लेखक ली चुनलाई ने अपने बयान में कहा कि दुनिया में पहली बार हमने चांद से लौटे सैंपल की जांच की। साथ ही चांद पर मौजूद लैंडर चांगई-5 के डेटा का एनालिसिस किया। दोनों ही डेटा हमें यह बता रहे हैं कि चांद पर पानी मौजूद है। अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है। बस वहां पर पानी का रूप अलग है।

Read more: लेटेस्ट और ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां ​क्लिक करें